VISA Card Success Story In Hindi

साथियों आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आपकों VISA CARD की सफलता की कहानी बताएगें और जानेंगे की वीजा पेमेंट टेक्नोलाॅजी कंपनी कैसे दुनिया की सबसे भरोसेमंद कंपनी बनकर उभरी।

VISA Card का संस्थापक:

साथियों वीजा कार्ड का संस्थापक डी वाॅक हाॅक (1929-2022) को माना जाता है, दरअसल हाॅक अमेरिका में एक बैंक में नौकरी किया करते थे और आगे चलकर हाॅक वीजा के सीईओ बन गए, हाॅक के सूझाव पर ही बैंक ऑफ़ अमेरिका ने बैंक अमेरिका क्रेडिट कार्ड कंपनी की शुरूआत की, क्योंकि हाॅक उस दौर में भी वीजा कार्ड की सफलता को भलीभांति समझ रहे थे, साथियों वीजा कार्ड का जनक डी वाॅक हाॅक को ही माना जाता है।
निधन: साल 1984 में हाॅक ने कंपनी से रिटायर्ड लिया और इसी साल इनका निधन हो गया।

VISANETWORK
विस्तार 200+ देशों में
कार्ड 3.8 अरब से अधिक
लेनदेन1.3 ट्रिल्‌यन से अधिक
भुगतान 232 अरब
व्यापारी10 करोड़ से अधिक
वित्तिय संस्थाऐ15100

इतिहास:

साथियों इस कहानी की शुरूआत होती है साल 1958 को जब बैंक ऑफ़ अमेरिका ने मध्यमवर्ग और छोटे-मझोले व्यापारियों के लिए पहली बार कागज से बना अमेरिका कार्ड (क्रेडिट कार्ड) पेश किया, यह पहला लाइसेंस क्रेडिट कार्ड माना जाता है, 1970 आने तक बैंक ऑफ़ अमेरिका का इससे सीधा नियंत्रण छिन गया और डी हाॅक के नेतृत्व में नेशनल बैंक अमेरिका कार्ड INC की स्थापना हुई, इसके बाद कंपनी ने कभी पीछे मुड़कर नही देखा और तेजी से विस्तार किया साल 1974 आते-आते इस कंपनी को दुनिया भर में पहचान मिलना शुरू हो गया और 1975 में पहला डेबिट कार्ड जारी किया, 1976 में बैंक अमेरिका कार्ड आधिकारिक रूप से ‘वीजा’ हो गया।
1983 में वीजा ने एटीएम मशीन का नेटवर्क शुरू किया, 2007 तक वीजा कंपनी ने बड़े स्तर पर फेरबदल किया, 2008 में मंदी के दौर में वीजा कंपनी पब्लिक हुई और करीब 18(17.9 अरब) अरब डाॅलर जुटाए।

VISA का विस्तार:

वीजा कार्ड आज दुनिया भर के हर देश में अपना प्रसार कर चुका है, इसकी सफलता की बड़ी वजह इस कार्ड की दुनिया भर में स्वीकार्यता को माना जाता है, कार्ड की संख्या के आधार पर यह चीन के यूनियन पे बाद दूसरे स्थान पर है।

भारत:

भारत में अधिकांश बैंक डेबिट-क्रेडिट के लिए चार तरह के कार्ड इष्यू करते है, इनमें वीजा, मास्टर कार्ड, मेस्ट्रो और रूपए कार्ड हैं, इनमें रूपए भारतीय कंपनी है, जिसे साल 2005 में आरबीआई का पेमेंट और सेटलमेंट सिस्टम लेकर आया था, भारत में भी अगर अंतरराष्ट्रीय लेनदेन करना हो तो वीजा कार्ड के जरिए ही हो सकेगा, हालांकि वीजा को भारत में ‘रूपए’ से लगातार चुनौती मिल रही है, पर टेक्नोलाॅजी के कारण वीजा अभी भी ग्लोबल ब्रांड बना हुआ है।

वीजा की कमाई:

आम धारणा यही मानी जाती है कि वीजा, कार्ड की ब्याज फीस से पैसे कमाता है, हालांकि यह फीस कार्ड जारी करने वाला बैंक कमाता है। वीजा का ग्राहकों से सीधा संबंध नहीं है। वीजा फोर पार्टी माॅडल से पैसे कमाता है, इसमें ग्राहक, मर्चेट, बैंक और चौथी पार्टी खुद वीजा है।
कंपनी का 39 फीसदी रेवेन्यू इस डाटा को प्रोसेस करने के लिए लगाए जाने वाले शुल्क के जरिए आता है, इसमें भुगतान को अधिकृत करना, कंपनी ने 2021 में इससे 12.8 अरब डाॅलर राजस्व कमाया।
34 फीसदी राजस्व सर्विस रेवेन्यू यानी कि स्वाइप फीस, एटीएम एक्सेस फीस आदि से आता है, 22 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय लेनदेन और बाकी 5 फीसदी बिजनेस टू बिजनेस आदि से आता है।

तेज प्रक्रिया:

किसी खरीदारी में जब भी आप अपना वीजा कार्ड स्वाइप या टैप करते हैं या कार्डलेस लेनदेन करते हैं तो उस लेनदेन की जानकारी सबसे पहले संबंधित बैंक को जाती है, बैंक यह जानकारी वीजा नेट को देता है, वीजा नेट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए इससे जुड़े जोखिम, फ्राॅड और बाकी पैरामीटर का आकलन करके उसका रिस्क निकालता है और यह बैंक से साझा करता है, फिर इस स्कोर के आधार पर बैंक तय करता है कि पेमेंट स्वीकृत करना है या नहीं।
आॅथोराइजेशन की यह पूरी प्रक्रिया एक सेकंड में पूरी हो जाती है, वीजा इसी प्रक्रिया को सुरक्षित और तेज बनाने के लिए बैंकों से चार्ज वसूलता है, ट्रांजेशन का बहुमूल्य डाटा भी वीजा, बाकी कंपनियों से साझा करता है।

रोचक तथ्य:

साथियों अमेरिका में एक सर्वे कराया गया जिसमें लोगों से साधारण सा सवाल पूछा गया, यह सर्वे भी वीजा के द्वारा कराया गया और और सर्वे में सवाल भी वीजा से सबंधित पूछे गए, जिसमे 10 में से 8 अमेरिकियों ने गलत जवाब दिया।
सवाल: वीजा कंपनी के बारे में आप क्या जानते हैं और यह कंपनी क्या करती है?
भले ही आप किसी भी बैंक का क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हो, संभावना है कि यह कार्ड अमेरिका वीजा कंपनी का ही हो। दुनिया में 15,100 से ज्यादा बैंक और वित्तिय संस्थाओं का नेटवर्क वीजा कंपनी, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी पेमेंट टेक्नोलाॅजी कंपनी है।

वीजा की वैल्यूएशन:

वित्तिय वर्ष 2021 के मुताबिक 34 लाख करोड़ रूपए से अधिक का है।

क्या आप VISA Card का उपयोग करते है ?

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