Sukhvinder Singh Sukhu Biography | सुखविंदर सिंह सुक्खू का जीवन परिचय

नमस्कार साथियों, आज के इस पोस्ट में हम हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का जीवन परिचय जानेंगे।

जन्म: 26 मार्च 1964, हिमाचल
परिवार: पत्नी- कमलेश ठाकुर, दो बेटियां।
शिक्षा: एमए, एलएलबी।
संपत्ति: 7 करोड़ (मीडिया रिपोर्ट)

अखबार और दूध बेचकर पढ़ाई पूरी की। बिजली विभाग में वाॅचमैन रहे। अब हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री हैं। यह परिचय है सुखविंदर सिंह सुक्खू का। एक बेहद ही साधारण परिवार से आने वाले सुखविदंर ने काॅलेज की पढ़ाई के दौरान ही कांग्रेस की छात्र NSUI से राजनीति शुरू की थी। सुखविंदर के बारें में कहा जाता है कि विधायक बनने के बावजूद उन्होंने न तो कभी पुलिस गार्ड लिया और न ही सरकारी वाहन। वे अधिकांश समय अपनी ऑल्टो कार में ही घूमते थे। विधानसभा में भी हर बार सुक्खू ऑल्टो कार से ही आते रहे हैं। खास बात यह है कि चुनाव जीतने के बाद उन्होंने कहा था की वे मुख्यमंत्री पद की रेस में नहीं है। इसलिए पार्टी द्वारा मुख्यमंत्री के रूप में उनके चयन ने सभी को चौका दिया है।
सुखविंदर को कांग्रेस आलाकमान का करीबी माना जाता है। तीन निर्णय इसकी पुष्टि करते हैं। जब सुक्खू को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की बात आई थी तब भी वीरभद्र सिंह का विरोध देखा गया था, लेकिन कांग्रेस ने नाराजगी की फ्रिक न करते सुखविंदर को प्रदेश अध्यक्ष बनाया। इसके अलावा दूसरी बड़ी जिम्मेदारी चुनाव के दौरान उम्मीदवार चयन समिति में शामिल करके दी गई। अब जब मुख्यमंत्री बनाने की बात आई तो उन्हें वीरभद्र सिंह की पत्नी और मौजूदा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के ऊपर प्राथमिकता दी गई।

परिवार:

सुखविंदर सुक्खू का जन्म हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर जिले में रहने वाले रसील सिंह और संसार देवी के यहां हुआ। रसील सिंह हिमाचल पथ परिवहन निगम में ड्राइवर थे जबकि संसार देवी गृहणी हैं। सुखविंदर ने शुरूआती पढ़ाई गवर्नमेंट हाई स्कूल, कसुम्पटी, शिमला से पूरी की। इसके बाद गर्नमेंट डिग्री काॅलेज, संजौली से कानून की डिग्री हासिल की। ग्रेजुएशन के बाद आगे की पढ़ाई के लिए इन्होंने बिजली विभाग में वाॅचमैन की नौकरी शुरू कर दी। बाद में यहां हेल्पर बन गए। चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर सुखविंदर का शुरूआती जीवन कठिनाई में गुजरा। इनके बड़े भाई राजीव सेना से रिटायर हैं। दो छोटी बहनें हैं जिनकी शादी हो चुकी है। 11 जून 1998 में इनकी शादी कमलेश ठाकुर से हुई। उनकी दो बेटियां हैं जो दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रही हैं।

कॅरियर:

सुखविंदर ने राजनीतिक कॅरियर की शुरूआत कांग्रेस की छात्र विंग एनएसयूआई से की। यहां वे शिमला के संजौली काॅलेज में क्लास रिप्रेजेटेटिव और स्टूडेंट सेंट्रल एसासेसिएशन के महासचिव चुने गए। इसके बाद राजकीय महाविद्यालय संजौली में स्टूडेंट सेंट्रल एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए। सुखविंदर यहीं से एक मजबूत युवा नेता के रूप में उभरे। इसके बाद उन्होंने 1988 में एनएसयूअपाई के प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाला। 1995 में इन्हें कांग्रेस के प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी दी गई। सुखविंदर ने छात्र राजनीतिक में ही अपनी पकड़ इतनी मजबूत कर ली थी कि वे 1998 से 2008 तक लगातार 10 साल युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। 2008 में प्रदेश कांग्रेस के महासचिव बनाए गए। इन्होंने 2013 में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष का पद संभाला। वे दो बार शिमला नगर निगम के पार्षद भी रहे। सुखविंदर 2003 में पहला विधानसभाद चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। इसके बाद 2007, 2017 और अब 2022 में नादौन विधानसभा क्षेत्र से जीतकर विधायक बने। अब इन्हें हिमाचल का नया सीएम चुना गया है।

रोचक तथ्य:

  • सुखविंदर सिंह सुक्खू को परिवार के लोग बचपन में ष्यामा कहकर बुलाते थे।
  • कांग्रेस के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के साथ इनका हमेशा विरोध रहा।
  • परिवार की आर्थिक मदद करने और अपनी पढ़ाई के लिए सुखविंदर ने 90 के दशक में पीसीओ भी चलाया।
  • साल 2014 में मोदी लहर के दौरान जब कांग्रेस की चारों लोकसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा उस समय वीरभद्र सिंह ने हार का जिम्मेदार संगठन को बताया। जबकि सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हार का जिम्मेदार सरकार को बताया था।

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