धर्म के नाम राजनीति कब तक | Religion Politics in India

धर्म के नाम पर राजनीति:

साथियों भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहाँ पर सभी धर्मों के लोग एक साथ प्रेम-भाव से रहते है। यही कारण है इस देश की अनेकता मे एकता की झलक झलकती है। मगर कुछ निजी व राजनीतिक स्वार्थों के लिए इस एकता को खंडित किया जा रहा है।

भारत एक हिन्दु बहुल आबादी वाला देश है देश के संविधान मे ही संविधान निर्माताओं ने इसे धर्म निरपेक्ष देश घोषित कर दिया है। क्योंकि संविधान निर्माताओ ने शायद पहले ही भांप लिया था कि आगे जाकर कही देश मे धर्म पर राजनीति हो सकती है।

साथियों देश मे अनेक ऐसे दल है जो केवल धर्म के नाम पर ही अपनी राजनैतिक रोटियां सेक रहे है जैसे कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने हिन्दू धर्म का ध्रुवीकरण किया है वही भाजपा ने कांग्रेस को अल्पसंख्यक वोटो का ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया है।

पिछले कुछ सालो से देश मे सांप्रदायिक दंगों में उतरोत्तर वृद्धि हुई है आपने देखा होगा कि कही हिन्दुओ ने मुसलमान को पिट दिया या कही मुसलमान ने हिन्दू को पीट दिया अनेक बार ऐसा होता है किसी लड़ाई को राजनैतिक दलो द्वारा जानबूझकर धार्मिक लड़ाई करार दिया जाता है और उस पर जमकर वोट बटोरे जाते है।

जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है तब से देश मे जमकर धर्म पर राजनीति हो रही है भाजपा लोगो को आम मुद्दो से ध्यान भटकाने के लिए धर्म कार्ड खेल लेती है। और कहा जाता है हिन्दू धर्म खतरे मे इसे बचाने के लिए हमे वोट व सपोर्ट करे।

क्या देश मे वाकई हिन्दू खतरे मे है ?

                                 देश मे लोगो को गुमराह करने के लिए भाजपा द्वारा हिन्दूत्व का एंजेडा चलाया जाता है कि हिन्दूस्तान मे हिन्दू खतरे मे है ताकि लोग अन्य पार्टियों की तरफ अपना रूख न कर पाये। साथियों जब देश पर 800 साल मुस्लिम शासकों ने शासन कर लिया और 200 साल अंग्रेजो ने शासन कर लिया फिर भी इस धर्म को कोई नुकसान नही पहुँचाया जा सका और इस धर्म को खत्म नही किया जा सका तो अब 2014 से हिन्दू कैसे खतरे मे आ गया?  यह सब धर्म के नाम पर ढोग  बड़े जोरो से खेला जा रहा है इससे बचे ताकि देश मे एकता कायम रहे।

अगर देखा जाये तो भारत के गांवों के बजाए शहरों में जातिवाद अपनी पराकाष्ठा को छुए है दुसरी ओर आज भी गांवों में लोग भाईचारे व प्रेमभाव से रहते है।

माॅब लींचिंग:

हाल के वर्षों में माॅब लींचिंग (गाय के नाम पर हिंसा) सर्वाधिक देखी जा रही है कट्टरपंथी ताकतें लगातार इसे बढ़ावा दे रही है बेवजह लोगों को पीटा जा रहा है परेशान किया जा रहा है। सरकार को इस पर कानून बनाकर इसे रोका जाना चाहिए।

परिणाम:

अगर इन सभी घटनाओं को रोका नहीं गया तो उपरोक्त सभी घटनाओं के परिणाम बहुत ही गंभीर रहने वाले है आज का भारत गांधी का भारत न रहकर कोई दुसरा भारत बन जाएगा। जिस-जिस देश में भी लोगों को धर्म के नाम पर बांटा गया उसके नतीजे बहुत ही खराब रहे जैसे पाकिस्तान एक मुस्लिम राष्ट्र बन गया मगर देश की अर्थव्यवस्था, गरीबी, शिक्षा, रोजगार के नाम पर काफी पिछड़ गया इसके अलावा एक कट्टरपंथी इस्लामिक राष्ट्र के रूप सिर्फ आतंकवाद को ही बढ़ावा दिया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि को बहुत बड़ा नुकसान हुआ अगर कोई पाकिस्तान का नाम भी सुनता है तो आंतकवाद का नाम उसके जेहन में सबसे पहले आता है।

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