Masterdis Car Success Story | मर्सिडीज कार सफलता की कहानी

नमस्कार साथियों, आज के इस पोस्ट में हम ऑटोमोबाइल कंपनी मर्सिडीज की सफलता की कहानी जानेंगे।

कब बनी1960
मार्केट कैप5.35 लाख करोड़ रुपए।

ओह लाॅड, वोन्ट यू बाय मी ए मर्सिडीज बेंज ॽ ख्यात सिंगर जेनिस जोपलिन ने 1972 में यह प्रसिद्ध गीत रिकॉर्ड किया था हालाँकि गीत पर भौतिकवादी चीजों को बढ़ावा देने का आरोप लगा था पर इसे सबसे इत्रर लगभग एक सदी से मर्सिडीज की गाड़ियां स्टेटस सफलता और उपलब्धि के तौर पर देखी जाती रही है दुनिया की मोस्ट वैल्युएबल लग्जरी कार ब्रांड में मर्सिडीज लगातार 6 सालों से टॉप टेन में है और इस सूची के टॉप टेन मैं यह इकलौती जर्मन कंपनी है मर्सिडीज सेल्फ ड्राइविंग कार का अप्रूवल लेने वाली दुनिया की पहली कंपनी है। 

इनोवेशनः

1950 मैं आई स्पोर्ट्स कार मर्सिडीज बेंज 300 एसएल दुनिया की पहली सुपर कार थी।  “गुलविंग” नाम से विख्यात यह कार आज भी दुनिया भर में आर्ट कलेक्ट करने वालों के संग्रह में है।  “220 सेडान” दुर्घटना की स्थिति में सुरक्षित रहने के लिहाज से बनाई गई थी मर्सिडीज बैंज का 770 मॉडल खासा लोकप्रिय हिटलर भी यही गाड़ी इस्तेमाल करता था 1980 के दशक में एयर बैग और ट्रेक्शन कंट्रोल ऑफर करने वाली यह पहली कार कंपनी थी 1990 में मर्सिडीज ने एएमजी मैन्युफैक्चरिंग के साथ पार्टनरशिप की अब मर्सिडीज़ एएमजी मर्सिडीज़ बेंज सब्सिडरी कंपनी बन गई है।

इतिहासः

अभी हम जिस मर्सिडीज़ बेंज ब्रांड को जानते हैं, यह है दरअसल दो कंपनियों के विलय के बाद बनी थी, और वो था साल 1926… पहली कंपनी कार्ल बेंज की थी, कार्ल के नाम पर ही मोटर कार बनाने का पेटेंट है और उन्होंने 1886 मैं दुनिया का पहला ऑटोमोबाइल लॉन्च किया था। दूसरी कंपनी गोटलिब डेमलर की थी। डेमलर भी डेमलर इंजिन के साथ फोर व्हीलर गाड़ी लाए थे। डेमलर की मौत के बाद पहले मर्सिडीज बनाई गई। डेमलर के डिस्ट्रीब्यूटर एमिल जेलीनेक की बेटी का नाम मर्सिडीज था, उसी के नाम पर मर्सिडीज़ नाम रखा गया प्रथम विश्वयुद्ध के कारण बेंज व डेमलर के अपने-अपने बिजनेस अच्छे नहीं चल रहे थे और इस 28 जुन 1926 को मर्सिडीज बेंज अस्तित्व में आई।

बिजनेसः

मर्सिडीज ग्रुप कार, वेन के अलावा ट्रक बसे भी बनाता रहा है। इसके अलावा गाड़ियों के लिए वित्तीय सहायता, बीमा और सब्सक्रिप्शन मॉडल का अलग से बिजनेस वर्टिकल है। सबसे ज्यादा रेवेन्यू कार और वैन से आता है। इसके बाद ट्रक, बसों की बिक्री और फिर इंश्योरेंस जैसी सर्विस से कमाई होती है। मर्सिडीज का सबसे बड़ा बाजार चीन है। 2021 के डाटा के अनुसार मर्सिडीज की 38 फिसदी यूनिट चीन में बिकी। 2021 में टॉप व्हीकल्स की 30% बढी, वही इलेक्ट्रिक कार की सेल्स भी 64 प्रतिशत बढ़ गई। मर्सिडीज ने पिछले महीने 174,708 पैसेंजर कारें बेचीं।

ओला केलेनियस : मर्सिडीज-बेंज ग्रुप एंजी मैनेजमेंट बोर्ड के चेयरमैन। स्वीडन के रहने वाले ओला पहली बार 2015 में मर्सिडीज के बोर्ड से जुड़े। फिलहाल 2019 से कंपनी बोर्ड के चेयरमैन है।

सबसे बड़ी कार निर्माता :

टेस्लाः अमेरिका 73 लाख करोड़ रुपए

टोयोटाः जापान 17.5 लाख करोड़ रुपए

बीवायडीः चीन 9.93 लाख करोड़ रुपए

फॉक्सवैगनः जर्मनी 7.16 लाख करोड़ रुपए

मर्सिडीज बेंज ग्रुपः 5.35 लाख करोड़ रुपए

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