KFC Success Story In Hindi | केएफसी सफ़लता की कहानी

नमस्कार साथियों आज के इस पोस्ट में हम KFC फास्ट फूड चेन कंपनी की सफलता की कहानी जानेंगे, साथ ही इसके इतिहास व अन्य तथ्यों पर भी विस्तार से चर्चा करेंगे।
अमेरिकी लेखक स्टीफन किंग का एक कोट है, ‘प्रोडक्ट फैक्ट्री में पैदा हो सकता है पर उसे ब्रांड उसके ग्राहक बनाते हैं। KFC ऐसा ही दुनिया का बेहतरीन ब्रांड है। यह मैक्डाॅनल्ड के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी रेस्तरां चेन है। फ्राइड और नाॅन-फ्राइड चिकन प्रोडक्ट बेचने वाली KFC और इसके फाउंडर की कहानी को बिजनेस स्कूल्स में विद्यार्थी केस स्टडी के रूप में पढ़ते हैं। Forbes की World मोस्ट वैल्यूएबल ब्रांडस की सूची में 96वें नंबर पर मौजूद KFC की स्थापना से लेकर अब तक इसका स्वामित्व चार लोगों और कंपनियों के हाथों में गया, पर एक-से बने रहे स्वाद ने इसे ग्राहकों की पसंद बनाए रखा। आज के इस पोस्ट में हम KFC की सक्सेस स्टोरी जानेंगे।

संस्थापक:

साथियों KFC के संस्थापक या जनक ‘कर्नल सैंडर्स’ है। साल 1890 में अमेरिका के इंडियाना में जन्मे सैंडर्स का बचपन अभावों में बीता, उन्होंने 7 साल की उम्र से ही खाना पकाना सीख लिया था। पिता की मौत के बाद अलग-अलग तरह के काम किया, फिर 40 साल की उम्र में केंटकी प्रांत में गैस स्टेशन पर कुर्सी-टेबल रखकर चिकन बेचने लगे, लोगों को स्वाद पसंद आया तो इसे रेस्तरां में तब्दील कर दिया, 1939 में सैंडर्स को आखिरकार चिकन फ्राई करने का सही तरीका समझ आ गया, जिससे टेस्ट और कंसिस्टेंसी बनी रहे, उन्होंने 11 हर्ब्स और मसालों का मिश्रण तैयार किया और चिकन फ्राई करने की सीक्रेट रेसिपी तैयार हो गई, उनके दोस्त पीटर हरमन ने उनके चिकन को ‘केंटकी फ्राइड चिकन’ नाम दिया और तबसे नाम पड़ा – KFC, बिजनेस बढ़ाने के लिए सैंडर्स गली-गली जाकर चिकन बेचते।
निधन: कर्नल सैंडर्स का निधन 1980 में हुआ।

कंपनी के बारे में:

स्थापना: 1952
स्टोर्स: 26,934 (दुनिया भर में)
भारत में स्टोर्स: 250

रोचक तथ्य:

  • केएफसी 99 प्रतिशत माॅडल पर काम करती है।
  • केएफसी की 27 प्रतिशत सेल्स चीन में होती है।
  • केएफसी का भारत में पहला रेस्तरां साल 1995 में खुला।
  • साल 1997 से यम ब्रांड्स के पास है स्वामित्व।
  • साथियों आपकों जानकर हैरानी होगी कि सैंडर्स को अपने जीवन में गली-गली में चिकन बेचने पर 1009 बार उन्हें ‘ना’ सुनना पड़ा, साल 1952 में पहली बार किसी ने फ्रेंचाइज के लिए हां कहा।

कंपनी कमान:

KFC अपनी स्थापना से लेकर अब तक चार लोगों के हाथों में गई, हर बार इसकी वैल्युएशन बढ़ती गई, इसके फाउंडर कर्नल सैंडर्स ने सबसे पहले 1964 में इसे 2 मिलियन डाॅलर में दो लोगों –जाॅन ब्राउन और जैके मेसी को बेच दिया, इसमें उन्होंने अनुबंध किया कि उन्हें जीवनभर सैलरी दी जाएगी, साथ ही केएफसी का क्वालिटी कंट्रोल करने के साथ ट्रेडमार्क उनके ही नाम रहेगा।
1970 तक इसके तीन हजार आउटलेट्स हो चुके थे, 1971 में ब्राउन ने कंपनी को एक फूड एंड ड्रिंक कंपनी – ह्यूबलीन को बेच दिया।
1982 में ह्यूबलीन को आरजे रेनाॅल्ड नाम की तंबाकू कंपनी ने खरीद लिया, फिर 1986 में रेनाॅल्ड ने 850 मिलियन डाॅलर में इसे पेप्सिको को बेच दिया, 1997 में पेप्सिको ने रेस्तरां बिजनेस में आने के लिए यम नाम की कंपनी बनाई और केएफसी की पैरेंट कंपनी बनी यम ब्रांड्स।

मलिकाना हक:

KFC दरअसल एक दूसरी कंपनी ‘यम! ब्रांड्स’ का हिस्सा है। यम! ब्रांडस केएफसी के अलावा टाको बैल, पिज्जा हट और द हैबिट बर्गर रेस्तरां चेन का भी संचालन करती है। अपने स्वामित्व का रेस्तरां खोलने में भारी निवेश और संचालन का खर्च भी होता है इसलिए केएफसी फ्रेचाइज के लोकप्रिय माॅडल पर काम करती है, मतलब एक लाइसेंस के जरिए यह अपना लोगो, नाम, काम करने का तरीका और उत्पादों को बेचने की इजाजत देती है, इसके बदले में यह फ्रेंचाइज से पैसा लेती है।
KFC के पास सिर्फ 70 रेस्तरां की इमारतों का मालिकाना हक है, इसमें 85 फीसदी अमेरिका के बाहर हैं। भारत में केएफसी और पिज्जा हट का मालिकाना हक देव्यानी इंटरनेशनल लिमिटेड के पास है, यह भारत में केएफसी का सबसे बड़ा फ्रेंचाइज पार्टनर भी है।

मार्केटिंग:

जापान में क्रिसमस के दिन लोग KFC की बकेट खरीदते हैं, इसके लिए हर साल कई हफ्तों पहले तक बुकिंग हो जाती है, इस सफलता के पीछे जबरदस्ती मार्केटिंग को माना जाता है।

सीक्रेसी:

क्या आप जानते है सैंडर्स ने 11 मसालों-हर्ब्स की रेसिपी हाथ से लिखी , आज भी सीक्रेट यह रेसिपी केएफसी के हेडक्वार्टर में तालाबंद है, यह इतनी सुरक्षित है कि इसे इसके सीईओ भी नहीं जान सकते।

स्ट्रेटजी:

KFC फ्रेंचाइज शुल्क के अलावा अपने प्रोडक्ट से पैसे कमाता है, KFC का चिकन पाॅट पाइ सबसे ज्यादा लोकप्रिय उत्पाद है, यह इसका सबसे महंगा उत्पाद भी है।

इंट्रेस्टिंग:

सैंडर्स अपनी रेसिपी के लिए इतने प्रसिद्ध थे कि 1950 में केंटकी के गर्वनर ने ‘कर्नल’ की उपाधि दी और तबसे उनका नाम कर्नल सैंडर्स हो गया, फिर वह सफेद कपड़ों में, टाई लगाकर रहने लगे।

FAQ :

Q : केएफसी की स्थापना कब हुई ?
ANS : 1952
Q : KFC के संस्थापक कौन है ?
ANS : कर्नल सैंडर्स
Q : KFC का स्वामित्व किसके पास है?
ANS : ‘यम! ब्रांड्स’
Q : KFC का भारत में पहला रेस्तरां कब खुला ?
ANS : 1997
Q : KFC का मालिकाना हक किसके पास है?
ANS : देव्यानी इंटरनेशनल लिमिटेड

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