करवा चौथ शुभमुहूर्त, पूजा प्रक्रिया व ख़ास बात

नमस्कार आप सभी का स्वागत है, आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम करवा चौथ का शुभमुहूर्त, पूजा प्रक्रिया और आपके शहर में कब चांद के दर्शन होंगे पोस्ट में चर्चा करेंगे।
करवा चौथ का पावन पर्व 13 अक्टूबर, वार गुरूवार को मनाया जाएगा, इस दिन को भारत में काफी शुभ पर्व के तौर पर मनाया जाता है तथा महिलाऐं अपने पति की दीर्घायु व स्वस्थ स्वास्थ्य की कामना करती है, और जीवन में खूब उन्नति व प्रगति की दुआ करती है।
ज्योतिष जानकारों के मुताबिक ऐसा संयोग 46 वर्षों के बाद बैठने वाला है, सभी शुभ स्थिति में विराजमान है।

करवा चौथ का महत्व:

साथियों 2022 का करवा चौथ का पर्व 13 अक्टूबर गुरूवार को है, यह पर्व पति-पत्नी के आपसी प्रेम और समर्पण के पर्व के तौर पर मनाया जाता है, इस दिन महिलाऐं निर्जला व्रत भी करती है, और बिना कुछ खाए-पीए इस व्रत का पालन करती है, सुहागिन महिलाएं अपने पति की दीघायु की कामना करती है, इसके अलावा सुखी जीवन, और पूरे परिवार की समृद्धि की दुआ करती है, व्रत की हुई महिलाएं रात्रि चंद्रमा के दर्षन के बाद ही व्रत खोलती है, हिंदू मान्यताओं के मुताबिक यह पर्व प्रतिवर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी का मनाया जाता है, सुहागिन महिलाओं के लिए यह पर्व काफी अहम पर्वों में से एक होता है, जिसका इंतजार महिलाओं को होता है, इस दिन महिलाऐं 16 श्रृंगार करके यह व्रत करती है, शाम को माता रानी की पूजा व कथा के बाद चंद्रमा का अर्ध्य देते हुए पति के हाथों से पानी पीकर व्रत तोड़ती है।

करवा चौथ का शुभ मुहूर्त:

करवा चौथतिथि और शुभ मुहूर्त
तिथिचतुर्थी
माहकार्तिक
पक्षकृष्ण पक्ष
दिनगुरुवार
तारीख13 अक्टूबर
पूजा मुहूर्तशाम 05 बजकर 54 मिनट से 07 बजकर 03 मिनट तक
पूजा अवधि1 घंटा 09 मिनट
चंद्रोदय13 अक्टूबर, 2022 की शाम 08 बजकर 09 मिनट पर 
पूजा सामग्री1.करवा 2. पूजा की थाली 3. छलनी 4.करवा माता का फोटो 5. सींक 6.जल 7. मिठाई 8.सुहाग की सभी चीजें 9.फूल- माला 10. दीपक 11.रोली 12.सिंदूर 13.मेहंदी 14. कलावा 15. चंदन 16. हल्दी 17. अगरबत्ती 18. नारियल  19. अक्षत 20. घी

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