Bhupendrabhai Patel Biography | भूपेंद्र भाई पटेल का जीवन-परिचय |

नमस्कार साथियों, आज के इस पोस्ट में हम गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई रजनीकांत पटेल का जीवन परिचय जानेंगे।
भूपेंन्द्र भाई गुजरात के दोबारा सीएम बनने जा रहे हैं। इनके नेतृत्व में भाजपा ने भारी बहुमत से जीत हासिल की है।

जन्म15 जुलाई 1962, अहमदाबाद
शिक्षाशासकीय पाॅलीटेक्निक से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा।
परिवारपत्नी-हेतल पटेल, बेटा-अनुज पटेल, बेटी-सुहानी।
संपत्तिलगभग 5 करोड़ रूप्ए, 2017 के चुनावी शपथ पत्र के अनुसार।

साल था 2017 का। आनंदी बेन पटेल जब मध्यप्रदेश की राज्यपाल बनीं तो उन्होंने अहमदाबाद की घटलोदिया सीट से अपने उत्तराधिकारी के रूप में भूपेन्द्र पटेल को चुना। यह चुनाव चौकाने वाला नहीं था, लेकिन भूपेन्द्र की जीत चौकाने वाली रही। भूपेन्द्र ने 1 लाख 17 हजार मतों से कांग्रेस के शशिकांत पटेल को हराया। 2017 के चुनाव में यह हाइएस्ट विनिंग मार्जिन यानी जीत का सबसे बड़ा अंतर था। एक और दिलचस्प बता…भूपेन्द्र का यह पहला विधानसभा चुनाव था।
भूपेन्द्र पटले की छवि ईमानदार और साफ-सूथरी रही है। वे बेहद लो प्रोफाइल रहते हैं। पिछले साल जब तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इस्तीफा दिया तो किसी को अनुमान नहीं था कि आलाकमान मुख्यमंत्री के पद के लिए भूपेन्द्र को चुनेगा। इस्तीफे के अगले दिन जब गांधीनगर में भाजपा मुख्यालय ‘कमलम’ में केंद्रीय पर्यवेक्ष्क नरेंद्र तोमर ने भूपेन्द्र पटेल के नाम का एलान किया तो कार्यकर्ताओं को इन्हें ढूंढने में करीब पांच मिनट लग गए थे।

शुरूआती जीवन:

भूपेंद्र पटेल का जन्म अहमदाबाद के गांव शिलाज में हुआ था। शिलाज अहमदाबाद पष्चिमी उपनगर का एक आवासीय इलाका है। इनके पिता रजनीकांत भाई पटेल शिक्षक थे। इनकी पढ़ाई सरकारी स्कूल में हुई। इन्होंने अहमदाबाद के सरकारी पाॅलीटेक्निक काॅजले जसे सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। पढ़ाई के बाद इन्होंने लगभग तीन साल तक एक निजी कंस्ट्रक्षन कंपनी में काम किया। इसके बाद 8 दोस्तों के साथ मिलकर कंस्ट्रक्षन कंपनी का काम शुरू किया। भूपेंद्र ने किशोरावस्था में RSS से प्रभावित होकर संगठन की सदस्यता ले ली। इनकी विह्यन एसोसिएशन के नाम से कंस्ट्रक्षन कंपनी है जिसे बेटा और दामाद संभालते हैं।

राजनीतिक सफर:

भूपेन्द्र पटेल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआता नगरपालिका के चुनावों से की। पटले कई बार मेमनगर पालिका के सदस्य रहे। वे अहमदाबाद नगर निगम में उपाध्यक्ष भी रहे। इसके बाद 2010 से 2015 तक थलतेज वार्ड के पार्षद रहे। इसके साथ ही 2010 से 2015 तक अहमदाबाद नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन भी रहे। पार्टी ने 2015 में उन्हें अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया। वे दो साल तक इसके अध्यक्ष भी रहे। इस दौरान उन्होंने शहर के विकास में सरकार की योजनाओं को बखूबी लागू किया। 2017 में आनंदीबेन के सूझाव पर इन्हें विधानसभा का टिकट दिया गया, जिसमें भारी मतों से जीत दर्ज की। भूपेन्द्र पटेल 2021 में मुख्यमंत्री बनने से पहले तक कभी मंत्री भी नहीं रहें यह एक ऐसी समानता है, जिसे वे नरेन्द्र मोदी के साथ साझा करते हैं। नरेन्द्र मोदी 7 अक्टूबर 2001 को गुजरात के पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। इससे पहले तक मोदी कभी भी मंत्री नहीं रहे।

क्या आप भी Bhupendrabhai Patel को एक शानदार मुख्यमंत्री मानते है ?

रोचक तथ्य:

  • भूपेन्द्र पटेल अहमदाबाद के दरियापुर क्षेत्र में पटाखों के विक्रेता के रूप में अपना व्यापार शुरू किया। इसके बाद एक सफल बिल्डर के रूप में अपनी पहचान बनाई।
  • अहमदाबाद नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में इनके कार्यकाल के दौरान ही बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) और साबरमती परियोजना का एक बड़ा हिस्सा पूरा हुआ।
  • भूपेंद्र पटेल पाटीदार समुदाय के कड़वा पटेल उपजाति से ताल्लुक रखते हैं। ये कड़वा पटेल के सबसे बड़े धार्मिक संस्थान मां उमिया के अध्यक्ष हैं।
  • ये गुजरात के एक मात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो अहमदाबाद सीट से विधायक हैं। शेष 16 मुख्यमंत्री में से एक भी अहमदाबाद से नहीं रहा है।
  • भूपेंद्र पटेल आध्यात्मिक गुरू दादा भगवान के अक्रम विज्ञान आंदोलन के अनुयायी हैं। क्रिकेट और बैडमिंटन देखने के शोकीन हैं।

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