Google ने Doodle बनाकर Oskar Sala का 112 वां जन्मदिन मनाया

गूगल ने आज एक स्लाइड डूडल बनाकर अभिनव इलेक्ट्राॅनिक संगीत, संगीतकार और भौतिक विज्ञानी Oskar Sala का 112 वां जन्मदिन मनाया है।
आप सभी की जानकारी के लिए बता दें कि मिश्रण-ट्रौटोनियम नामक संगीत वाद्ययंत्र पर ध्वनि प्रभाव पैदा करने के लिए Oskar Sala को ही जाना जाता है।
Oskar Sala ने ही इस दुनिया में सर्वप्रथम टेलीविजन, रेडियो और फिल्म की दुनिया को विद्युतीकृत किया है।

जीवन-परिचय –

Oskar Sala का जन्म 1910 में जर्मनी में हुआ था और उनकों बचपन से ही संगीत में गहरी रूचि रही है।
उनकी माता एक संगीत गायिका थी वहीं उनके पिता को भी संगीत से काफी गहरा लगाव था, इसके साथ वह एक नेत्र रोग विषेषज्ञ भी थे।
Oskar Sala ने बचपन में 14 साल की उम्र से ही वायलिन और पियानों जैसे वाद्ययंत्रों के लिए रचनाएँ और गीत बनाना शुरू कर दिया है।

संगीत:

कहा जाता है कि जब साला ने पहली बार ट्रौटोनियम नामक उपकरण की आवाज सुनी तो उससे वह काफी प्रभावित हुए और कहा जाता है कि वह तानवाला संभावनाओं और उस उपकरण की पेशकश की तकनीक से काफी मोहित हुए इसके बाद का उनका जीवन मिशन ट्रोटोनियम में महारत हासिल करना और इसे विकसित करने में ही चला गया जिसने स्कूल में भौतिक और रचना में उनके अध्ययन को प्रेरित किया।

उपकरण :

Oskar Sala ने पाया कि ट्रोटोनियम उपकरण में कई ऐसी कमियां है जिसे सुधारा जा सकता है और इसके बाद के जीवन में Oskar Sala ने अपना खुद का उपकरण विकसित करने में समय दिया जो आगे चलकर एक नया उपकरण के रूप में दुनिया के सामने प्रस्तुत किया जिसे मिश्रण-ट्रोटोनियम के नाम से पुकारा जाता है।
Oskar Sala ने एक संगीतकार और एक इलेक्ट्रो-इंजीनियर के रूप में अपनी शिक्षा के साथ, उन्होंने इलेक्ट्राॅनिक संगीत भी बनाया जिसने उनकी शेली को दूसरों से अलग कर दिया।
मिश्रण-ट्रौटोनियम की वास्तुकला इतनी अदभूत है कि यह एक साथ कई ध्वनियोें या आवाजों को चलाने में सक्षम थी।
Oskar Sala ने रोजमेरी(1959) और द बडर््स(1962) जैसे कई टेलीविजन, रेडियो और मूवी Prodaction के लिए संगीत और ध्वनि प्रभावों की रचना की।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की चिड़िया के रोने, हथौड़े मारने और दरवाजे और खिड़की पटकने वाली आवाजे सर्वप्रथम देने का श्रेय इसी यंत्र को जाता है।

पुरूस्कार:

साला के उनके कामों के लिए कई प्रतिस्ठित पुरस्कारों से भी नवाजा गया था, उनके कामों की चर्चा दुनिया भर में होने लगी, उन्होनें कई इंटरव्यू दिए, अपने जीवन में कई बेहतरीन कलाकारो से मिले उन्हें रेडियो प्रसारण और फिल्मों में सम्मानित किया गया।
1995 में Oskar Sala ने अपना मूल मिश्रण-ट्रौटोनियम को समकालीन प्रौद्योगिकी के लिए जर्मन संग्रहालय को भेंट कर दिया।
Oskar Sala ने क्वार्टेट ट्रौटोनियम भी बनाया, काॅन्सर्ट ट्रौटोनियम और वोल्वस्ट्राटोनियम की प्रेरणा भी साला रहे।

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