पहलवानों की परीक्षा, सरकार का काला सच

यह देश का दुर्भाग्य नही तो और क्या है ओलंपिक, काॅमनवेल्थ व अन्य अंतरर्राष्ट्रीय खेलों में पदक लाने वाले आज सड़कों पर आंदोलन करने पर मजबूर हो गए है और दूसरी ओर एक तथाकथित बाहुबली बीजेपी का सांसद बृजभूषण शरण सिंह जिस पर एक नही अनेकों मुकदमें दर्ज है जिसमे यौन हिंसा, बलात्कार, हत्या के संगीन मुकदमे दर्ज है वो खुले आम घूम रहा है, मोदी सरकार उस पर मुकदमा दर्ज नही कर रही है, इस मामलें को संज्ञान में लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जब आदेश दिया तो आंदोलन के 7 दिनों बाद इस गुंडे पर मुकदमा दर्ज हुआ है, यही अगर किसी अन्य पार्टी का सांसद या नेता होता तो सरकार इस पर झट से मुकदमा ही नही बल्कि त्वरित कार्यवाही भी करती।
28 मई को देश को शर्मसार करने वाला वाक्या सामने आया जब दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर धरना देने वाले पहलवानों पर बर्बरता से आंदोलन को कुचलने की कोशिश की और इन पहलवानों को गिरफ्तार कर इन पर केस भी दर्ज कर लिया गया।
पहलवानों पर दिल्ली पुलिस ने यह कार्यवाही तब की जब प्रधानमंत्री देश को नई संसद की सौगात दे रहे थे और उसमें अपना फोटोशूट करवा रहे थे, और नई संसद को देश की जरूरत बताते हुए, बीजेपी के प्रचार-मंत्री बने हुए थे, इसी समय बृजभूषण सफेद झक कुर्ते-पजामें में नई संसद के बाहर गोदी मीडिया को पोज दे रहा था।
पहलवान पिछले एक महीने से अधिक समय से दिल्ली के जंतर-मंतर पर बृजभूषण के खिलाफ धरना दे रहे थे, लेकिन इन पहलवानों को सरकार पूरी तरह से नजरअंदाज करने में लगी हुई है, और अलग-अगल एंगल से कभी खालिस्तानी तो कभी शाहीन बाग से कनेक्शन निकाला जा रहा है।
पहलवानों का अगला कदम:
साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया
ने बताया है कि चाहे सरकार हम पर कितना ही जुर्म क्यों ना ढाए हम भी किसी भी कीमत पर पीछे नही हटने वाले है।
अगर पहलवानों को सरकार न्याय नही देती है तो उनका कहना है कि वो अपने सारे मेडल पवित्र गंगाजी में बहा देंगे क्योंकि सरकार उनकी रक्षा नही कर पा रही है तो वो इन पदकों का क्या करेंगे।
साथियों यह सरकार एक तरफ तो बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं का नारा देती है और दूसरी और उन्ही बेटियों पर कहर ढा रही है, यह सरकार का दोगलापन नही तो और क्या है।
पहलवान देश की शान:
पहलवानों को हमारा संदेश यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए आप मैदान मत छोड़ना चाहे, मोदी सरकार आपके पीछे अपना पूरा आईटी सेल ही क्यों ना लगा दे, और गोदी मीडिया आपके खिलाफ कोई भी प्रोपगेंडा क्यों ना चलाए, क्योंकि देश में आज भी जिंदादिल पत्रकारों की कमी नही है जो सच के साथ खड़े रहते है हम भी उनमें से एक है। जय-जवान, जय-किसान, जय-पहलवान।

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