इन दिनों एक नाम काफी चर्चाओं में बना हुआ है Ankit Baiyanpuria(अंकित बैयानपुरिया)। जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंकित बैयानपुरिया से मुलाकात की है तब से हर कोई जानना चाहता है कि आखिर कौन है अंकित बैयानपुरिया। अंकित ने ऐसा क्या कार्य किया है जिसके कारण प्रधानमंत्री ने उन्हें अपने आवास पर बुलाकार मुलाकात की है। आज के इस पोस्ट में हम अंकित बैयानपुरिया के बारें में जानेंगे।
यह तो आप सभी जानतें है कि किसी भी व्यक्ति का देश के प्रधानमंत्री के साथ खड़े होना एक गौरवपूर्ण क्षण होता है और यह अंकित बैयानपुरिया के साथ हुआ है।
कौन है अंकित बैयानपुरिया (Who is Ankit Baiyanpuria) :
अंकित बैयानपुरिया एक फिटनेस ट्रेनर है और इनकी खास बात यह है कि यह पहले एक मजदूर का काम भी कर चुके है और जोमेटों में डिलिवरी बाॅय का कार्य भी कर चुके है। अंकित ने एक समय में सोनीपत में हलवाई की नौकरी की थी। इन्होंने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव भी देखे है। इनके बारें में खास बात यह है कि यह दूध-दही से बनें हुए एक मजबूत आदमी है।
अंकित बैयानपुरिया चर्चा में उस समय आए थे जब यह 75 दिन का चैलेंज लेकर सोशल मीडिया पर आए थे। इनका ताल्लुक हरियाणा के सोनीपत से है,जहां आप सभी जानते है कि पहलवानी खून में दौड़ती है। इन्होंने अपने 75 दिन के चैलेंज में हर दिन अपने को फिट रखने के साथ अध्यात्म की ओर झूकाव रखने की प्ररेणा भी दी है।
अंकित बैयानपुरिया मूलतः बैयानपुर गांव के रहने वाले है। बैयानपुरिया ने आज से 13 वर्ष पहले रेसलिंग की शुरूआत की थी। अंकित के पहलवानी के गुरू गांव के ही रहने वाले कृष्ण पहलवान रहे है जिनकों गांव में खलीफा के नाम से जाना जाता था। इनके जीवन की ज्यादातर रेसलिंग गांव में ही हुई है।
अंकित का मानना है कि एक समय में उनके घर की काफी माली हालत हुआ करती थी। उनके पास खाने को ज्यादा कुछ नही था। खान-पान में उनके पास एक गाय थी जिसका वो दूध-दही खाकर कुष्ती के अखाड़ें में उतर जाया करते थे।
अंकित का कहना है कि अभी भी उनके हालात उतनें अच्छे नही है मगर अब चीजें थोड़ी-थोड़ी बदल रही है। अब डाइट भी अच्छी होने लगी। अभी भी गाय का दूध-दही उनके प्रोटीन लेने का मुख्य हिस्सा है।
अंकित की पढ़ाई भी गांव के सरकारी स्कूल से हुई है, उनके पिताजी का सपना था कि मेरा बच्चा जो भी कार्य करें वो पढ़-लिखकर करें।
अंकित बैयानपुरिया के साथ एक हादसा साल 2022 में हुआ जब वो पहलवानी कर रहे थे तो उनकों चोट लग गई और शारिरीक और मानसिक रूप से वो अपने को काफी कमजोर समझने लगे। इसके बाद उन्होंने श्रीमद् भगवत गीता का अध्ययन करने लगे और समय के साथ चीजें में एक बार फिर से बदलने लगी।
अंकित का कहना है कि 75 दिन का चैलेंज शारिरीक चैलेंज नही है बल्कि मानसिक चैलेंज है। ऐसा मानसिक चैलेंज है जिसमें आप अगर भगवत गीता का पाठ करते है तो आपकों जीवन जीने का सार पता चलता है। जीवन की परेशानियों से उभरने का तरीका मालूम चलता है।
अंकित बैयानपुरिया के जीवन में उस वक्त मोड़ आया जब उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के साथ 75 दिन का चैलेंज पूरा किया और प्रधानमंत्री से मिलने का उनके पास ऑफर आया।
अंकित के आज अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म पर लाखों फाॅलावर्स है और उनसे प्ररेणा लेकर जीवन में आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे है।
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Ankit Baiyanpuria Biography :
About | Description |
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Real Name | Ankit Singh |
Character Name | Ankit Baiyanpuria |
Village | Bayanpur |
Religion | Hindu |
Caste | Prajapati |
Born | 31 August 1998 |
Birthplace | Bayanpur, Sonipat, Haryana |
School | Bayanpur(Govt.School) |
College | Maharshi Dayanand University |
Started Fitness | At 13 Age |
Marriage | Unmarried |
Viral Greeting | “Ram Ram Bhai Sareya Ne” |
Famous For | 75-Day Hard Challenge (Completed on 11 Sept 2023) |