नमस्कार साथियों, आज के इस पोस्ट में हम आईसीसी टी-20 विश्व-कप 2022 के प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट सूर्यकुमार यादव का जीवन-परिचय जानेंगे।
टी-20 वर्ल्ड कप 2022 में सूर्य कुमार यादव काफी शानदार फाॅर्म में रहे है, 8 नवंबर 2022 को, सूर्यकुमार एक कैलेंडर वर्ष में एक हजार टी-20 अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए। सूर्य यू तो 10 साल की उम्र से ही क्रिकेट में सक्रिय हैं, लेकिन भारतीय घरेलू क्रिकेट की यात्रा उन्होंने 2010 से शुरू की। घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्षन करने के बावजूद अपना इंटरनेशनल डेब्यू करने के लिए उन्हें 11 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा। सबसे पहले सूर्यकुमार ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की अंडर-15, अंडर-17 जैसी प्रतियोगिताओं में खेलना शुरू किया था और देखते ही देखते उन्हें मुंबई की टीम में जगह मिल गई।
6 अप्रैल 2012 को सूर्य ने मुंबई इंडियंस की ओर से अपना आईपीएल डेब्यू किया था। दरअसल सचिन तेंदुलकर ये मैच नहीं खेल पाए थे, इसी वजह से उनकी जगह युवा सूर्यकुमार यादव का मौका दिया गया। इसके बाद 2014 आईपीएल में सूर्य को कोलकाता नाइट राइडर्स ने खरीद लिया और 4 साल तक वे कोलकाता के साथ बने रहें। सूर्या भारत की अंडर-23 टीम के कप्तान भी रहे हैं। घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में लगातार अपने प्रदर्षन से सूर्य हमेशा ही टीम इंडिया में अपनी दावेदारी पेश करते रहे और लंबे इंतजार के बाद 2021 में जब सूर्य 31 साल के हो चुके थे तब उन्हें अंतरराष्ट्रीय डेब्यू का मौका मिला।
नाम | सूर्यकुमार यादव |
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जन्म | 14 सितंबर, 1990 |
परिवार | पिता अशोक पेशे से इंजीनियर हैं, माता का नाम स्वप्ना देवी, पत्नी देविशा डांस कोच हैं। |
शिक्षा | केंद्रीय विद्यालय से स्कूली शिक्षा पूरी की, मुंबई के पिल्लई काॅलेज से बीकाॅम की पढ़ाई की। |
संपत्ति | 30 करोड़ रूपए |
शुरूआती सफर:
सूर्यकुमार का जन्म मुंबई में हुआ। उन्होंने स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय से की और पिल्लई काॅलेज से बीकाॅम की डिग्री प्राप्त की। बचपन से सूर्य स्पोर्ट्स में एक्टिव हैं। उन्हें क्रिकेट और बैडमिंटन में रूचि थी और स्कूल के दौरान सूर्य ने बैडमिंटन में जूनियर टाइटल भी जीता है। लेकिन उनके पिता ने करियर के लिए क्रिकेट या बैडमिंटन में से एक का चयन करने को कहा और सूर्य ने क्रिकेट को चुना। सूर्य ने 10 साल की उम्र से स्कूल टीम के लिए क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। क्रिकेट का जूनून उन्हें चाचा विनोद यादव से मिला, जो उन्हें बनारस की गलियों में क्रिकेट सिखाते थे।
परिवार:
सूर्य का परिवार मूल रूप से बनारस का रहने वाला है। जब सूर्या 10 साल के थे तब उनका परिवार बनारस से मुंबई आकर बस गया। पिता अशोक कुमार यादव की नौकरी की वजह से ही परिवार को मुंबई आना पड़ा। पिता मुंबई में भाभा एटाॅमिक रिसर्च सेंटर में इंजीनियर हैं। इनके दादा विक्रमा यादव सीआरपीएफ में इंस्पेक्टर रहे और 1991 में राष्ट्रपति पुलिस मेडल से सम्मानित किए गए। सूर्य की पत्नी का नाम देविषाशेट्टी है और वे पेशे से एक डांस टीचर हैं। काॅलेज के दौरान 2010 में सूर्य की दोस्ती देविशा से हुई थी और दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। 2017 में दोनों ने षादी कर ली। शादी के बाद ही सूर्यकुमार को सफलता मिलना शुरू हुई। शायद इसीलिए वे पत्नी को ही अपना असल कोच बताते हैं। देविशा क्रिकेट टूर के पहले सूर्य का मोबाइल अपने पास रख लेती हैं, ताकि वो सिर्फ खेल पर फोकस कर सकें। इनकी फिटनेस के पीदे भी देविशा की प्रेरणा ही हैं। शादी से पहले वे डाइट पर ध्यान नहीं देते थे। पत्नी ने उन्हें फिटनेस पर ध्यान देने को कहा।
रोचक तथ्य:
- अन्य क्रिकेटरों की ही तरह सूर्यकुमार भी टैटू के शोकीन हैं। उनके शरीर पर 10 से ज्यादा टैटू हैं, जिसमें कंधे पर बनाई गई माता-पिता की एक बड़ी तस्वीर भी शामिल है। उन्होंने पत्नी देविशा के नाम का टैटू भी बनवाया है।
- सूर्यकुमार को हाई स्पीड लग्जरी कारें भी बेहद पसंद हैं। इनके पास शानदार कार कलेक्षन है, जिसमें मर्सिडीज से लेकर बीएमडब्ल्यू-ओडी तक की महंगी कारें मौजूद हैं।
- सूर्यकुमार ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें वड़ा पाव, पाव भाजी और सड़क किनारे चाइनीज फूड खासकर ट्रिपल शेजवान राइस बहुत पसंद है।
- सूर्यकुमार को स्काई टाइटल गौतम गंभीर ने दिया है। दरअसल जब 2014 में वे कोलकाता नाइटराइडर्स का हिस्सा थे तब प्रैक्टिस के दौरान कप्तान गौतम गंभीर उन्हें स्काई कहकर पुकारते थे। तब से ही उन्हें स्काई का टाइटल मिल गया।
