ROLEX Success Story | ROLEX सफ़लता की कहानी

नमस्कार साथियों, आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे दुनिया के सबसे महंगे घड़ी ब्रांड ROLEX की सफलता की कहानी, कैसे यह कंपनी आज घड़ी बनाने की दुनिया की सबसे पसंदीदा कंपनी बन गई, इस पोस्ट में हम जानने का प्रयास करेंगे ROLEX के अब तक के सभी उतार-चढ़ाव के बारें में भी।

ROLEX को क्या आप दुनिया की सर्वश्रेष्ठ घड़ी कंपनी मानते है ?

ROLEX का इतिहास :

साथियों यह तो आप सभी जानते है कि Rolex घड़ी कंपनी आज दुनिया में लग्जरी और रिचनेस लोगों की पर्याय बन चुकी है, लेकिन आज इसकी सफलता तो सबकों नजर आती है, मगर इसके संघर्ष की कहानी आपकों भी झकझोर कर सकती है, आज से तकरीबन 117 वर्ष पहले जब इस कंपनी की शुरूआत की, तब कंपनी के लिए एक अलग चुनौती हुआ करती थी, उस समय कंपनी का एक ही मकसद हुआ करता था कि चाहे कुछ भी हो, कोई भी मुश्किल परिस्थिति क्यों ना हो मगर Rolex सटीक समय बताएं, उस समय इसे समुद्र की अथाह गहराइयों (39,370 फुट) में भी टेस्ट करके देखा गया, 1953 में एडमंड एवरेस्ट की चोटी पर भी गए।
बर्फ से लेकर हवा, रेस ट्रैक से लेकर रेगिस्तान में भी रोलेक्स घड़ियों की टेस्टिंग हो चुकी है। अब हर घड़ी मार्कट में आने से पहले लैब में कड़े परीक्षण से गुजरती है।
इसमें कार क्रैश सरीखे 20 टेस्ट होते हैं, तब जाकर एक पीस को तैयार होने में एक साल लगता है। कंपनी हर साल 10 लाख घड़ियां बनाती है। रोलेक्स चर्चा में है क्योंकि इसके कुछ माॅडल इतनी मांग में है कि दाम दोगुने हो चुके हैं।

Rolex इतनी महंगी क्यों?

Rolex घड़ियों में सबसे महंगे स्टील के अलावा गोल्ड, प्लेटिनम का भी इस्तेमाल किया जाता है, बाकि घड़ियों में जहां सामान्य श्रेणी का 316 एल स्टील होता है, तो रोलेक्स में आला दर्जे का 940 एल स्टील होता है। वहीं इसके डायल में वाइट गोल्ड होता है।
Rolex के नंबर भी स्पेशल कांच के प्लेटिनम से तैयार होते है। रोलेक्स अपनी घड़ियों में इस्तेमाल करने के लिए सोने की प्रोसेसिंग(18 कैरेट) खुद अपनी फैक्ट्री में करता है, ऐसा करने वाली यह इकलौती घड़ी कंपनी है, यहीं चीज इसे अन्य से बहुत अलग बनाती है, खास बात है कि इसका जिनेवा स्थित हेडक्वार्टर सुरक्षा व गोपनीयता के लिहाज से किसी जेल से कम नहीं है।

दाम दुगुने:

Rolex के कुछ माॅडल्स की अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर भारी डिमांड के कारण उनके दाम भी आसमान छू रहे हैं। सालभर पहले तक 18 कैरेट गोल्ड रोलेक्स के काॅस्मोग्राफ(ग्रीन डायल) 52 हजार डाॅलर में बिक रही थी। लेकिन इस महीने इनकी कीमत 96 हजार डाॅलर(लगभग 76 लाख रूपए) से पार पहुंच चुकी हैं। चार लाख रूपए से शुरू होने वाली Rolex के कुछ माॅडल करोड़ तक भी जाते हैं।
रोलेक्स ने साल 2021 में लगभग 10 लाख घड़ियां बनाई, माॅर्गन स्टेनले के अनुमान के मुताबिक साल 2019 में कंपनी ने 47 हजार करोड़ रूपए की सेल की।

विश्वास :

1970 के दशक में आर्थिक अनिष्चितता के दौर में एक ओर जहां अमेरिका का डाॅलर में विश्वास डगमगाया, ऑयल पर भी भरोसा कम हुआ तो कुछ लोगों ने Rolex की घड़ियों को विश्वसनीय कमोडिटी के तौर पर देखना शुरू कर दिया था। डीलर्स स्विट्रजरलैंड में Rolex की घड़ियां खरीदते और इटली में जाकर उसे बेच देते। फिर इटली के लोग लग्जरी घड़ियां पहनकर अमेरिका और दुनिया के दूसरे कोनों में जाते, जहां वे उसे कई गुना दामों पर बेच देते। इस तरह घड़ी को इकट्ठे करने वालों(कलेक्टर्स) का बाजार शुरू हुआ।

Rolex निर्माता:

Rolex शुरू करने वालों में दो लोग हैं- हैंस विल्सडाॅफ और अल्फ्रेड डेविस। मुख्य भूमिका विल्सडाॅर्फ की रही। वह एक घड़ी कंपनी में काम करते थे, फिर 1905 में लंदन में अपनी कंपनी बनाई, प्रथम विश्वयुद्ध के कारण विल्सडाॅर्फ लंदन छोड़कर जिनेवा चले गए और फिर जिनेवा, स्विट्रलैंड Rolex का हेडक्वार्टर बन गया।

सबसे महंगी Rolex :

हाॅलीवुड अभिनेता पाॅल न्यूमैन की ‘रोलेक्स काॅस्मोग्राफ डेटाना घड़ी’ (ग्रीन डायल) अक्टूबर 2017 में 17.8 मिलियन डाॅलर में न्यूयाॅर्क के फिलीपींस सेंटर में नीलाम हुई थी। आज के हिसाब से यह वैल्यू 142 करोड़ रूपए है। 1968 माॅडल की यह घड़ी पाॅल की पत्नी ने उन्हें तोहफे में दी थी, उन्होंने इसके पीछे ‘ड्राइव मी केयरफुली’ उकेरा था। पाॅल न्यूमैन एक्टर के अलावा रेस कार ड्राइवर और बिजनेसमैन भी थे।

रोचक तथ्य:

  • 14 सेगमेंट में घड़ियां बनाती है Rolex।
  • 4.5 लाख रूपए की है सबसे सस्ती Rolex घड़ी
  • 10 लाख घड़ियों का उत्पादन होता है सालभर में
  • 29% हिस्सा है स्विस घड़ियों के बाजार में
  • 2.3 लाख करोड़ रूपए की सेल्स पहुंच जाएगी 2025 तक

दुनिया भर के कई लोग Rolex का कलेक्षन कर रहे है, 2017 में न्यूयाॅर्क में हुई Rolex की नीलामी के बाद से घड़ियों की नीलामी का अपना एक अलग बाजार खड़ा हो गया है, लोग इन्हें पुरानी पेंटिग्स की तरह निवेश के तौर पर देख रहे है, इनका विंटेज मार्केट भी अच्छा खासा है।
साथियों आपकों भी रोलेक्स की सफलता की कहानी अच्छी लगी है तो इसे अपने शेयर करना बिल्कुल भी ना भूले।

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