RBI मौद्रिक नीति : 5 बड़ी बातें

आरबीआई मौद्रिक नीति: 5 बड़ी बातें
भारतीय रिजर्व बैंक(आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखने का फैसला बरकरार रखा है। इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने ‘आवास वापसी’ को भी अपरिवर्तित रखा। एमपीसी के 6 में से 5 सदस्यों ने इसके पक्ष में वोट किया।
अक्टूबर की नीति को लेकर आरबीआई के गर्वनर का लहजा सख्त देखने को मिला उनके सख्त लहजे को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनका प्रमुख लक्ष्य मुद्रास्फीति को लगातार नीचे लाने का रहा।

आरबीआई एमपीसी बैठक की पांच मुख्य बातें:

दरों और नीतिगत रूख को अपरिवर्तित रखना:

आरबीआई द्वारा बड़ा निर्णय लेते हुए अपनी मौद्रिक नीति व नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखने को निर्णय बरकरार रखा है। आरबीआई द्वारा रेपो दर को 6.5 प्रतिषत पर अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया गया और अपने रूख को समावेशन की वापसी के रूप में रखा।

महंगाई के खिलाफ लड़ाई बरकरार रहेगी:

आरबीआई गवर्नर दास ने कहा है कि उनकी लड़ाई मुद्रास्फीति के खिलाफ जारी रहेगी और मुद्रास्फीति को 2-6 प्रतिषत के बीच ना रखकर 4 प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य रखा है।

ग्रोथ अनमुान में बदलाव नही:

आरबीआई के अनुसार वित्त वर्ष 2024 के लिए जीडीपी ग्रोथ का पूर्वानुमान 6.5 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 6.5 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 6 प्रतिशत, चौथी तिमाही में 5.7 प्रतिशत व वित्त वर्ष 25 की प्रथम तिमाही को 6.6 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने का लक्ष्य रखा है।

कार्डो पर सरकारी प्रतिभूतियों की बिक्री:

आरबीआई गर्वनर दास का मानना है कि मौद्रिक नीति के रूख के अनुरूप तरलता का प्रबंधन करने के लिए सरकारी प्रतिभूतियों की ओएमओ बिक्री पर विचार कर सकता है।

कार्ड-ऑन फाइल टोकनाइजेशन:

कार्ड-ऑन-फाइल टोकनाइजेशन के लिए नए चैनल दास ने सीधे जारी कर्ता बैंक स्तर पर कार्ड-ऑन-फाइल टोकनाइजेशन निर्माण सुविधाएं शुरू करने का प्रस्ताव रखा है।

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