PM Modi : नाम परिवर्तन योजना

पीएम मोदी ने नौ साल में दस बड़ी योजनाओं का नाम परिवर्तन कर दिया है हाल में उन्होंने नेहरू मेमोरियल का नाम परिवर्तन कर पीएम मेमोरियल नाम कर दिया है, जिसके कारण देश में खासे विवाद की स्थिति बनी हुई, इस नाम परिवर्तन के कारण कांग्रेस पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा की आप नेहरू का जितना कद गिराने की कोशिश करेंगे नेहरू उतना ही ऊपर उठेगें।
पीएम मोदी ने बीत नौ साल में कई ऐसी योजनाएं, स्थान, सड़क और पुरस्कारों के नाम बदल दिए है, जिसके कारण विपक्ष उन पर संर्कीणता की राजनीति का आरोप भी लगाते आ रहे हैं।
योजना आयोग:
साल 2014 में एनडीए की सरकार बनते ही प्रधानमंत्री मोदी ने योजना आयोग का नाम बदलकर नीति आयोग कर दिया, 1950 के मार्च में देश को संचालित करने के लिए योजना आयोग शुरू किया गया, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने नीति आयोग नाम रख दिया।
पीएम आवास:
2014 से पहले प्रधानमंत्री आवास सेवन रेस कोर्स के नाम से जाना जाता था, लेकिन मोदी सरकार आते ही इस निवास का नाम लोक कल्याण मार्ग कर दिया, जिसके कारण भी मोदी सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ा।
रोड़ नाम:
2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली स्थित औरंगजेंब रोड़ का नाम परिवर्तन कर एपीजे अब्दुल कलाम रख दिया इसके अलावा भी अनेक रोड़ है जिनका नाम मोदी सरकार ने परिवर्तन कर दिए है।
इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना:
पीएम मोदी ने चर्चित इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना का नाम 2017 में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना कर दिया, यह योजना काफी लोकप्रिय योजना रही थी।
विद्युतीकरण योजना:
पीएम मोदी ने राजीव विद्युतीकरण योजना का नाम दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना कर दिया, इस योजना का नाम परिवर्तन 23 जुलाई 2015 को किया गया।
फेलोशिप योजना:
पीएम मोदी द्वारा साल 2016 में राजीव गांधी फेलोषिप योजना का नाम परिवर्तन कर नेषनल फेलोशिप फाॅर स्टूडेंट्स विद डिसैबिलिटीज कर दिया, यह योजना अनुसूचित जाति के छात्रों के उत्थान के लिए चलाई गई योजना थी।
राजपथ:
साल 2014 से पहले दिल्ली का ऐतिहासिक मार्ग राजपथ कहलाता था मगर पीएम मोदी ने इसका नाम परिवर्तन कर कर्तव्य पथ कर दिया। यह मार्ग दिल्ली के राष्ट्रपति भवन से प्रारंभ होकर इंडिया गेट और फिर लाल किले तक जाता है।
मुगल गार्डन:
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति भवन में स्थित मुगल गार्डन का नाम परिवर्तन कर अमृत उद्यान कर दिया, और इस गार्डन को फरवरी और मार्च महीने के लिए आम जनता के लिए खोल दिया।
नेशनल वाॅर मेमोरियल:
पीएम मोदी द्वारा 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए भारत के वीर सपूत की याद में बनाया गया नेशनल वाॅर मेमोरियल का नाम परिवर्तन कर अमर जवान ज्योति रख दिया गया और 25 फरवरी 2019 को इसे अमर जवान ज्योति में विलय कर दिया गया।
इंदिरा गांधी सेंटर ऑफ़ संस्टेनेबल डेवलपमेंट:
साल 2017 में पीएम मोदी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी इंग्लैंड स्थित पूर्व पीएम इंदिरा गांधी सेंटर ऑफ संस्टेनेबल डेवलपमेंट का नाम चेंज कर इसका नाम ऑक्सफोर्ड इंडिया सेंटर संस्टेनेबल डेवलपमेंट कर दिया।
निष्कर्ष:
उपरोक्त नाम परिवर्तनों को देखते हुए हमारा निजी मत यही है कि इन नाम परिवर्तन के बजाए इनसे प्ररेणा लेकर पीएम मोदी को अनेक ऐसी योजनाओं लानी चाहिए जिनसे देश की जनता का भला हो सकें, क्योंकि नाम परिवर्तन से न तो महंगाई कम होगी, न बेरोजगारी खत्म होगी, न गरीब का भला होगा।

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