नमस्कार साथियों, आज के इस पोस्ट में हम दुनिया की सबसे बड़ी स्ट्रीमिंग मीडिया कंपनी नेटफ्लिक्स की सफलता की कहानी जानेंगे।
कब बनी | 1997 |
मार्केट कैप | 6.25 लाख करोड़ रूपए |
नेटफ्लिक्स… फिल्में, टीवी शो, वेब सीरीज देखने के लिए दुनियाभर के दर्शको की पहली पंसद। कंपनी अपने सब्सक्राइबर्स की संख्या और मार्केट वैल्यू के हिसाब से इस सेगमेंट में दुनिया में टॉप पर है। पर बाजार विशेषज्ञों के हिसाब से नेटफ्लिक्स कंपनी के रूप् में में अब रोलर-कोस्टर राइड बन चुकी है। ताजा तिमाही नतीजें के बाद कंपनी के शेयर्स के बिकवाली रही। Netflix सब्सक्राइबर्स की संख्या 2 लाख घटी, तो कंपनी ने 450 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। सबस्क्राइबर्स फीस के कारण मात खा रही कंपनी अब फिर से बदलाव की प्रक्रिया में है। अभी तक बिना विज्ञापनों के मनोरंजन उपलब्ध करा नेटफ्लिक्स अब विज्ञापन के साथ कम सब्सक्रिप्षन फीस माॅडल ला सकती हैं 2018 में ‘सेक्रेड गेम्स’ के बाद नेटफ्लिक्स भारत में चर्चा में आई थी, आज के समय में फिलहाल भारत में नेटफ्लिक्स के 55 लाख से अधिक पेड सब्स्क्राइबर्स हैं।
रीड हेस्टिंग्स (को-फाउंडर-नेटफ्लिक्स)
निजी संपत्ति: 18 हजार करोड़ रूपए से अधिक।
कंपनी की शुरूआत:
1997 में रीड ने एक फिल्म की डीवीडी किराए पर ली थी। पर समय पर लौटाना भूल गए तो 40 डाॅलर लेट फीस चुकानी पड़ी। इसके बाद उन्हें नेटफ्लिक्स का आइडिया आया। रीड ने कैलिफोर्निया में दोस्त मार्क रैंडोल्फ के साथ मिलकर नेटफ्लिक्स के 1 प्रतिशत शेयर हैं। वही मार्क ने 2003 में नेटफ्लिक्स के आईपीओ आने के बाद कंपनी छोड़ दी थी।
एक इंटरव्यू में नेटफ्लिक्स के सीईओं रीड कहते हैं कि डिसरप्षन मार्केट के बने रहने के लिए बेहद जरूरी है। नेटफ्लिक्स ने शुरूआत में डाक से लोगों के घरों में डीवीडी पहुंचाई। फिर फिल्म और टीवी शो को डिजिटली प्रसारित करना शुरू किया। अब नेटफ्लिक्स कंटेंट बनाने में काफी पैसा खर्च कर रहा है। वित्तिय वर्ष 2021 में कंटेंट पर 1.35 लाख करोड़ रूपए खर्च किए। जहां पहले एक एपिसोड रिलीज होने के बाद हफ्ते भर दूसरे का इंतजार करना पड़ता था। इसे पायलट एपिसोड कहते थे, नेटफ्लिक्स ने एकसाथ सारे एपिसोड रिलीज करके बिंज वाॅचिंग का कल्चर विकसित किया। हालांकि बिंज वाॅचिंग एक तरह से एडिक्नश है और इससे जुड़े स्वास्थ्य के खतरों को लेकर दुनियाभर में जागरूकता फैलाई जा रही है।
नेटफ्लिकक्स में ओरिजनल कंटेंट की वाइस प्रेसिडेंट सिंडी हाॅलैंड बताती हैं कि हम पहले देखतें हैं कि दर्शको ने कोई शो कितनी जल्दी खत्म किया। इतनी जल्दी दर्शको एपिसोड के साथ पूरा सीजन खत्म कर देते हैं। कौन-सा शो, किस देश में और कितना देखा गया। इसके बाद सीजन को आगे बढ़ाने के बारे में तय किया जाता है। नेटफ्लिक्स जब भी नया कंटेंट जोड़ता है, यह और ज्यादा सब्सक्राइबर्स को खींचता है, ज्यादा दर्शक ज्यादा कंटेंट देखते हैं, इससे और ज्यादा डाटा इकट्ठा होता है। नेटफ्लिक्स ने साल 2000 में पर्सनलाइन्ड मूवी रीकमंडेशन सिस्टम बनाया। 2005 में वीडियो रिकमेंडेशन एल्गोरिद्म पर काम किया। कंपनी के पास करोड़ों दर्शको के कंटेंट देखने की आदतों का भारी-भरकम डाटा है।
नेटफ्लिक्स अपने वर्क कल्चर को लेकर भी जाना जाता है। यहां काम करना मतलब प्रेशर कुकर जैसा है। अमेरिकी अखबार वाल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित एक आर्टिकल के मुताबिक नेटफ्लिक्स के अंदर हद से ज्यादा खुलापन, असहज कर देने वाला फीडबैक और निष्ठुरता के साथ कर्मचारियों को नौकरी से निकाल देने की कल्चर के कारण इसे प्रेशर कुकर कहते हैं। ‘रेडिकल ट्रांसपेरेंसी’ है, मतलब कंपनी के हर कर्मचारी को कंपनी से जुड़ी हर चीज पता होती है, वेतन-भत्तों से लेकर हर जानकारी। इससे इतर नेटफ्लिक्स से जुड़े आंकड़ो की बात करें तो चीन, क्रीमिया, नाॅर्थ कोरिया, रूस और सीरिया को छोड़कर इसके दुनियाभर में 22.2 करोड़ पेड सब्स्क्राइबर्स हैं। इसके बाद अमेजाॅन प्राइम के 20 सब्स्क्राइबर्स हैं।
नेटफ्लिक्स टाइमलाइन:
- 1997 में स्थापना
- 1998 में netflix.com शुरू हुई।
- 1999 सब्सक्रिप्षन आधारित डीवीडी देना शुरू की।
- 2005 नेटफ्लिक्स के 50 लाख सब्स्क्राइबर्स हुए।
- 2007 नेटफ्लिक्स स्ट्रीमिंग (ओटीटी) शुरू हुई।
- 2010 कनाडा के साथ इंटरनेशनल मार्केट में प्रवेश किया।
- 2013 पहली ओरिजिनल सीरीज हाउस ऑफ़ काड्र्स हेमलाॅक ग्रोव और ऑरेंज इन द न्यू ब्लैक लाॅन्च की।
- 2016 नेटफ्लिक्स वर्ल्डवाइड हो गया।
- 22.2 करोड़ पेड सब्स्क्राइबर्स हो चुके हैं, यह दुनिया में सबसे ज्यादा है।
