नमस्कार साथियों, आज के इस पोस्ट में हम दुनिया के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी, फ्रांस के फुटबाॅलर किलियन एमबापे का जीवन परिचय जानेंगे।
जन्म | 20 दिसंबर 1998, फ्रांस |
परिवार | पिता- विल्फ्रेेड एमबापे, मां-फैजा लामारी, भाई- एथन एमबापे। |
पुरस्कार | : गोल्डन बाॅय(2017), फीफा वल्र्ड कप गोल्डन बूट, सिल्वर बाॅल (2022), फीका वल्र्ड कप यंग प्लेयर अवाॅर्ड (2018) |
संपत्ति | लगभग 1600 करोड़ (मीडिया रिपोट्र्स) |
कतर फुटबाॅल वर्ल्ड कप का फाइनल मैच। अर्जेटीना 2-0 से आगे। तभी फ्रांस के स्टार फुटबाॅलर एमबापे ने मात्र 100 सेकंड के अंतराल पर दो गोल दाग कर सनसनी फैला दी। ये एमबापे ही थे जिनके कुल 4 गोल की बदौलत अर्जेटीना को अंतिम समय तक वर्ल्ड कप ट्राॅफी हाथ से फिसलती दिखाई देती रही। मात्र 24 साल के इस युवा फ्रांसीसी फुटबाॅलर को दुनिया भर के दिग्गज फुटबाॅल का भविष्य बता रहे हैं। एमबापे के अंतरराष्ट्रीय कॅरियर के मात्र पांच साल के आंकड़े काफी हद तक इन दावों को सही भी ठहराते हैं। फुटबाॅल के मैदान पर इनकी रफ्तार दुनिया के सबसे तेज फर्राटा धावक उसैन बोल्ट से भी ज्यादा होती है। 2019 में मोनाको के खिलाफ एक मैच में एमबापे आधी लाइन से अपने निर्धारित डैश में 38 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से पहुंचे, जो बोल्ट के औसत 37.58 किमी प्रति घंटा से अधिक था। बोल्ट ने 2009 में 100 मीटर की दौड़ में 9.58 सेकंड का यह विश्व रिकाॅर्ड बनाया था। मात्र 18 वर्ष की आयु में, एमबापे ने क्लब पेरिस सेंट-जर्मन के लिए लगभग 1580 करोड़ रूपए में स्थायी ट्रांसफर पर साइन किया था। इसके साथ वह किसी फुटबाॅल क्लब के लिए खेलने वाले दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी और सबसे महंगे किशोर खिलाड़ी बन गए। वर्तमान में इनसे ज्यादा फीस लगभग 1900 करोड़ रूप्ए नेमार की है। एमबापे स्निकर्स के बहुत शोकीन हैं। गरीब बच्चों के लिए दान करते है।
शुरूआती जीवन:
कीलियन एमबापे का जन्म फ्रांस के बोंडी शहर में फुटबाॅल कोच विल्फ्रेड एमबापे और हैंडबाॅल प्लेयर फैजा लामारी के घर हुआ था। यह फ्रांस का वह इलाका है जहां अक्सर दंगे होते रहते थे इसलिए इसे दंगों का शहर भी कहा जाता है। इनके पिता मूलतः कैमरुन के निवासी हैं जबकि मां अल्जीरियाई कबाइली मूल की हैं। एमबापे की शुरूआती शिक्षा निजी कैथोलिक स्कूल में हुई। वे पढ़ाई में काफी प्रतिभाशाली थे, लेकिन बचपन में बहुत अधिक शरारती होने के कारण इन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा। एक मैगजीन को दिए साक्षात्कार में एमबापे ने बताया कि फुटबाॅलर बनने के लिए उन्होंने सामान्य बचपन खो दिया है। इनका छोटा भाई एथन एमबापे भी फुटबाॅल प्लेयर है। इनका एक दत्तक भाई जिरेस केम्बो एकोको है। वे भी फुटबाॅल खिलाड़ी हैं।
कॅरियर:
एमबापे ने खेल की शुरूआत मात्र 6 साल की उम्र में एएस बाॅन्डी से की जहां उनके पिता विल्फ्रेड ने इन्हें कोचिंग दी थी। कुछ समय बाद वे क्लेयरफोंटेन अकादमी में चले गए, जहां कई फ्रांसीसी क्लबों के लिए खेले। इसके बाद ये मोनको में बस गए। मात्र 16 साल 347 दिन की उम्र में क्लब मोनाको के लिए खेलना शुरू किया। ऐसा करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। 2017 में इन्होंने फ्रांस की राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना शुरू किया। पिछले दो फुटबाॅल वर्ल्ड कप के आंकड़ों को अगर देखें तो वर्ल्ड कप में सर्वाधिक गोल के लिए मिलने वाला गोल्डन बूट (2022) इन्हें मिला है। 2018 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे। फीफा ने वर्ल्ड कप 2018 की ड्रीम टीम में इन्हें जगह दी थी। इसके अलावा भी कई ऐसे रिकाॅर्ड हैं जो एमबापे ने अपने नाम दर्ज कर लिए हैं।
रोचक तथ्य:
- एमबापे जूतों के दीवाने हैं, नाइकी की वेबसाइट पर उनकी पसंद के जूतों का सेक्शन है।
- इन्हें वीडियो गेम ‘फीफा’ बहुत पसंद है। जब उन्हें फीफा 2021 के कवर के लिए चुना गया तो इसे ‘सपना सच होना’ जैसी बात कही थी।
- रूस में 2018 में आयोजित वर्ल्ड कप के फाइनल में पेरू के खिलाफ गोल किया। मात्र 19 साल की उम्र में वर्ल्ड कप फाइनल में गोल करने वाले इतिहास के दूसरे युवा खिलाड़ी बने। इनके पहले पेले ने 1958 में 17 साल की उम्र में स्वीडन के खिलाफ गोल किया था।
- एमबापे को नही लगता कि उन्हें फ्रांस की ओर से खेलने के लिए पैसे मिलने चाहिए। उन्होंने वर्ल्ड कप में मिली 3.3 करोड़ रूपए की प्राइज मनी गरीब बच्चों के लिए दान कर दी थी।
- 2021 में चीनी ओलिम्पिक गोल्ड मेडलिस्ट झांग जियाकी के साथ एमबापे दो बेबी पांडा के गाॅडफादर व गाॅडमदर बने।
