2,000 नोट का इतिहास व नाकामी

नमस्कार साथियों, भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 के नोट को चलन से बाहर कर दिया है, यह नोटबंदी पुरानी नोटबंदी की तर्ज पर तो नही है इसमें नोट एक्सचेंज करने के लिए काफी लंबा टाइम 30 सितंबर तक का दिया गया है।

2000 का नोट कब आया ?

8 नवंबर 2016 को देश के प्रधानमंत्री ने पूरे देश में नोटबंदी करते हुए पूरे देश में 5001000 के नोट को चलन से बाहर कर दिया था, और आरबीआई अधिनियम 1934 की धारा 24(1) के तहत देश को एक नया 2000 का नोट दिया।
मगर मोदी सरकार की 2000 के नोट वाली पाॅलिसी भी सफल नही हो पाई और 2018-19 आते-आते 2000 के नोटों की छपाई को बिल्कुल ही रोक दिया गया।
आरबीआई गर्वनर के मुताबिक यह प्रक्रिया केंद्रीय बैंक की ‘करेंसी मैनेजमेंट सिस्टम’ का हिस्सा रही है।
यह संपूर्ण प्रक्रिया “क्लीन नोट पाॅलिसी” के तहत की गई है इससे बैंकों व उम्मीद है कि अधिकांश नोट बैंकों को वापस मिल सकते है।

2000 का नोट कैसे चेंज कराए ?

साथियों अगर आपकें पास भी 2000 के नोट है तो भी आसानी से इसे चेंज करवा सकते है इसके लिए आपकों बैंक जाना है और वहां जाकर आप सीधे ही बिना फाॅर्म या डिपाॅजिट स्लिप के बगैर आसानी से दो हजार के नोट एक्सचेंज करवा सकते हैं।
सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक आप एक दिन 2,000 (10 नोट) को चेंज करवा सकते है ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि बैंकों को अपने नियमित गतिविधियों में व्यवधान ना पड़ें।
यह प्रक्रिया 23 मई से 30 सितंबर के बीच कभी भी कर सकते है।
आरबीआई ने बैंकों को स्पष्ट निर्देष दिया है कि इस संपूर्ण प्रक्रिया में किसी भी बैंक के ग्राहक को तकलीफ ना हो और वरिष्ठ व दिव्यांग नागरिको को वरियता दी जाए।

2000 का नोट बंद क्यों बंद हुआ ?

रिपोर्ट के मुताबिक दो हजार के नोट आने के बाद ब्लैक मार्केट काफी तेजी से बढ़ा है इसका अनुमान सरकार को भी बाद में पता चला है, इस नोट से देश में काला बाजारी काफी तेज होने लगी थीं, यही कारण रहा है कि सरकार ने अब इस नोट को चलन से बाहर कर दिया है।

निष्कर्ष:

साथियों जैसा की आप जानते है जिस प्रकार देश में नोटबंदी सरकार की असफलता रही है उसी प्रकार सरकार द्वारा आनन-फानन में लाए गए 2000 के नोट और उसके बाद उसको चलन से बाहर करना भी सरकार की एक बहुत बड़ी नाकामी रही है।

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