दोस्तों आपने जब कभी भी इन्वेस्ट करने के बारे में सोचा होगा तब आपके मन में Bitcoin का नाम तो जरूर ही आया होगा क्योंकि Bitcoin इस समय दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है जिसमें समुचा विश्व ट्रेडिंग कर रहा है अब वैसे तो Bitcoin हमेशा ही चर्चे में बना रहता है लेकिन यह इस समय यह कुछ ज्यादा ही सुर्खियों में बना हुआ है दरअसल बात यह है कि Bitcoin ने हाल ही में अपने इतिहास के सबसे हाई प्राइज 60000 डाॅलर को टच किया था और फिलहाल इस समय एक Bitcoin की कीमत 37 लाख से भी अधिक बनी हुई है हो सकता है जब आप यह पोस्ट पढ़ रहे हो उस समय यह कम या ज्यादा भी हो सकती है। लेकिन साथियों हैरानी की बात तो यह है कि आज से 10 साल पहले इसी 1 Bitcoin की कीमत 1 रूपए से भी कम हुआ करती थी और सिर्फ 10 सालों के अंदर ही इसकी कीमत जमीन से आसमान तक पहुंच गई।
अब ऐसे में बहुत से लोगों के मन में Bitcoin को लेकर तरह-तरह के सवाल आते है इसीलिए आज की इस पोस्ट में हम आपकों बताएंगे की Bitcoin असल में है क्या और इसमे किस तरह से इन्वेस्ट या ट्रेडिंग की जाती है?

इतिहास:
साथियों सबसे पहले तो हम जान लेते है कि Bitcoin को कब-कहाँ और क्यों शुरू किया गया था वैसे आपकों यह जानकर काफी हैरानी होगी की जिस Bitcoin में आज दुनिया भर के लोगों ने खरबों रूपए निवेश किए हुए है उसके बारे में आज तक किसी को भी यह पता नही चल पाया है की आखिर इसको शुरू किसने किया था इसके बारे में सिर्फ लोगों को इतना पता है की साल 2008 के अंत और 2009 की शुरूआत में सतोषी नाकामोटो नाम के एक अज्ञान व्यक्ति के द्वारा Bitcoin को एक डिजिटल Currency के रूप में खोजा था।
अब नाम के हिसाब से देखे तो सातोषी नाकामोटो जापान से ताल्लुक रखते होगें लेकिन असल में वो किस देश से ताल्लुक रखते है यह किसी को भी अभी मालूम नही है सातोषी ने Bitcoin को इसलिए बनाया था क्योंकि वो दुनिया में एक करैंसी को लाने चाहते थे जिसके ऊपर किसी भी सरकार या बैंक का नियंत्रण नही हो क्योंकि दुनिया में बाकी जितनी भी Currency होती है उस पर किसी ना किसी देश की सरकार या बैंक का नियंत्रण होता है।
जैसे की हमारे भारतीय रूपए पर रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया का नियंत्रण होता है ऐसे में रिजर्व बैंक हमारी Currency के साथ जो चाहे वो कर सकता है। जिसका नमूना हमने नोटबंदी के समय भी देखा है और दोस्तों इसीलिए ही Bitcoin के रूप मे एक ऐसी Currency को बनाया गया जिसपर किसी भी सेंट्रल बैंक या सरकार का नियंत्रण नही होता है वैस आपको बता दे की Bitcoin की पहली transaction सतोषी नाकामोटो और Bitcoin के किसी अन्य निर्माता के बीच जनवरी 2009 मे हुई थी जबकि Bitcoin की दुसरा लेन-देन फ्लोरिडा में एक व्यक्ति ने 10000 Bitcoin पर 2 पिज्जा खरीदे थे और दोस्तों बताया जाता है कि शुरूआत में जब Bitcoin दुनिया में आया था तब इसकी कीमत भारत के 50 पैसे के बराबर थी और आज उसी Bitcoin की कीमत 37 लाख से भी अधिक हो गई है अब आप खुद ही सोचिए अगर उस समय किसी ने 20 रूपए भी इन्वेस्ट किए होंगे तो फिर आज वो करोड़पति बन गया होता है।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है?
अब जैसा की हमने आपकों बताया की Bitcoin एक डिजिटल Currency है इसका मतलब यह है कि Bitcoin में जितना भी लेन-देन होता है वो सभी कंम्प्यूटर के माध्यम से ही होता है दरअसल सभी Bitcoin लेन-देन का अपना एक अलग पब्लिक खाता होता और इस खाते की Copy हर एक सिस्टम में होती है जो की Bitcoin के नेटवर्क का हिस्सा होते है और जो लोग इन सिस्टम को आॅपरेट करते है उन्हें माइनर कहा जाता है इन माइनर्स का काम Bitcoin की लेन-देन को वैरिफाई करना है यानि की Bitcoin में जब भी कोई लेन-देन होती है तो फिर उसको कंपलीट होने के लिए माइनर्स के वैरिफिकेशन की जरूरत होती है एक बार जब transaction वैरिफाई हो जाती है तो फिर नेटवर्क से जुड़े हुए दुसरे कंम्प्यूटर उसको कंफर्म करते है जिसके बाद यह transaction एक चैन में जुड़ जाती है और इसी तरह से transaction का एक Blog बन जाता है इसलिए Bitcoin जिस technology पर काम करता है उसका Block चैन सिस्टम कहा जाता है वैसे आपको बता दे की जब Bitcoin दुनिया में आया था तो यह दुनिया की पहली और एकमात्र क्रिप्टोकरेंसी हुआ करती थी जबकि आज की बात करे तो इस समय दुनिया में 5000 हजार से भी ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी मौजूद है जैसे की Bitcoin, एथेरियम (ETH), लिटकोइन (LTC), डॉगकॉइन (Dogecoin) फेयरकॉइन (FAIR), डैश (DASH), पीरकॉइन (PPC), रिपल (XRP) हैं. जैसी बहुत सारी।
अब जैसा की मैने आपको बताया की क्रिप्टोकरेंसी आने वाले समय में ज्यादा उपयोग होने वाली डिजिटल कैरंसी बन सकती है और इन सभी बातों के बाद चलिए अब हम जानते है क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग कैसे करें?
क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग कैसे करें ?
अब अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन करना चाहते है आप WazirX, Unocoin, Zebpay, काॅइन विच कुबैर, समेत अनेक मोबाईल एप्पों के माध्यम से इस कैरंसी में बड़ी आसानी से निवेश कर सकते है।
अगर आप भी Bitcoin में निवेश करना चाहते है तो मेरी यही सलाह है की आप लंबे समय के लिए इसमे निवेश करे और धैर्य बनाए रखे।
Bitcoin का दुनिया में इस्तेमाल ?
दरअसल इस समय लोग Bitcoin को एक निवेश के रूप में इस्तेमाल करते है यानि की जिस तरह से लोग मुनाफा कमाने के लिए प्रोपर्टी और गोल्ड में अपना पैसा निवेश करते है ठीक उसी तरह बहुत से लोग Bitcoin में भी अपना पैसा निवेश करते है और यह उम्मीद करते है की उन्हें उनका पैसा मुनाफे के साथ में वापस मिलेगा और यही वजह है कि Bitcoin को डिजिटल गोल्ड भी कहा जाता है।
और जैसा की दोस्तों लोग Stock एक्सचेंज पर Stock मार्केट में इन्वेस्ट करते है उसी तरह से लोग Bitcoin में भी निवेश करते है। क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग करने के लिए अलग-अलग प्लेटफार्म बने हुए है जहां हर रोज करोड़ों रूपए की ट्रेडिंग होती है।
दुनिया भर के कई लोगों का मानना है की Bitcoin को एक एल्टरनेटिव Currency को दर्जा मिले यानि की उनका मानना है की Bitcoin का इस्तेमाल हमारी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड जाए।
और साथियों कई Westren Country में इसका प्रचलन आम होने लगा है।
आज के समय में Bitcoin का उपयोग:
देशो यह तो हमने आपको बता दिया की Bitcoin का इस्तेमाल एक इन्वेस्टमेंट, ट्रेडिंग, और एक एल्टरनेटिव Currency के रूप में किया जाता है लेकिन इसके अलावा भी Bitcoin का एक उपयोग है दरअसल लोग इसका इस्तेमाल विदेशो में पैसा भेजने के लिए भी करते है क्योंकि बैंको द्वारा विदेश में पैसा भेजने काफी समय और धन का चार्ज लगता है इसीलिए लोग अपना पैसा और समय बचाने के लिए अब Bitcoin के माध्यम से पैसा ट्रांसफर करने लगे है।
भारत में Bitcoin:
साथियों अप्रैल 2018 में रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया ने द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को भारत में बैन कर दिया था उस समय Bitcoin को लेकर बहुत सी अफवाहें देश में फैल रही थी और बहुत से लोगों ने तो यह भी दावा किया था की Bitcoin एक बहुत बड़ा फ्रोड है लेकिन दोस्तों इस तरह की सभी बातें सिर्फ अफवाह ही साबित हुई अब सवाल उठता है की यह सभी बातें अफवाह थी तो आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी को भारत में आखिर बैन क्यों किया था?
दरअसल दोस्तों जिस तरह क्रिप्टोकरेंसी के बहुत से फायदे है उसी तरह उसके कुछ नुकसान भी है।
नुकसान:
Bitcoin के माध्यम से मनी लाॅड्रिंग आसानी से की जा सकती है, दुनिया भर में लोग मनी लाॅड्रिंग के लिए Bitcoin का ही ज्यादातर इस्तेमाल करते है।
इसके अलावा खबर यह भी सुनने में आई थी की लोग डार्क वेब पर Bitcoin से हथियार और ड्रग्स भी आसानी से खरीदना शुरू कर दिया था और चुंकि Bitcoin पर किसी भी बैंक या सरकार का नियंत्रण नही होता है इसीलिए इन सबका लेन-देन करने वाले अपराधियों को पकड़ना भी नामुनकिन सा लगता है।
इसके अलावा कुछ लोगों ने तो फर्जी क्रिप्टोकरेंसी बनाकर करोड़ों रूप के घोटाले भी किए है इन्हीं सभी चीजों को देखते हुए रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया ने क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा दिया था लेकिन इन प्लेटफार्म के कुछ संस्थापकों द्वारा आरबीआई के इस बैन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और इन लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के सामने यह बात रखी की जो-जो नेगटिव Point क्रिप्टोकरेंसी और इसके सिस्टम में है वो सभी नेगेटिव Point हमारी नेशनल कैरंसी और हमारे बैकिंग सिस्टम में भी है क्योकि Bitcoin के बिना भी लोग स्कैम करके हथियार व ड्रग्स खरीद ले और मनी लाॅड्रिंग जैसे अपराधों को अंजाम देते है इसीलिए सिर्फ क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाना किसी भी रूप से ठीक नही है और दोस्तों इसी सुनवाई के बाद से जनवरी 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए क्रिप्टोकरेंसी पर लगा हुआ बैन खत्म कर दिया था यानि की भारत में अब क्रिप्टोकरेंसी में निवेश में मान्यता दे दी गई थी।
अब हाल ही अब सुनने में आया है की एक बार फिर सरकार क्रिप्टोकरेंसी को भारत से बैन करने के लिए संसद में बिल पेश करने वाली है और भारत से एक बार फिर क्रिप्टो बैन किया जा सकता है इस कानून का उल्लंघन करने वाले को तीन साल की जेल व जुर्माना भी भरना पड़ सकता है।