Arpita Mukherjee Biography अर्पिता मुखर्जी जीवन परिचय

नमस्कार आप सभी का स्वागत है हमारे इस ब्लाॅग पर साथियों आज के इस लेख में हम उस शख्ससियत की बात करेंगे जिसे चंद दिनों पहले तक कोई नही जानता था और ED की रेड के बाद से वो मुख्य धारा की मीडिया की प्रमुख लाइमलाईट के रूप में जानी जाने लगी, ED की रेड में अथाह संपति को देखकर आज हर कोई चकित नजर आ रहा है और उनके जीवन के बारे में गहराई से जानना चाहता है।
जी हां, साथियों जिस हस्ती की हम बात कर रहे है वो और कोई नही बल्कि माॅडल, अभिनेत्री और बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी है।
आज के इस लेख में हम उनका जीवन-परिचय जानेंगे जिसमें हम उनके संघर्ष से सफलता के पूरे सफर को गहराई से जानने का प्रयास करेंगे।
पश्चिम बंगाल में ईडी के छापों ने गुमनाम सी अदाकारा और माॅडल अर्पिता मुखर्जी को सुर्खियों में ला दिया है। ईडी ने अब तक 50 करोड़ से अधिक की नगदी ओर अकूत संपत्ति की जानकारी इनके पास से जुटाई है। शिक्षा भर्ती घोटाले में तृणमूल सरकार के पूर्व शिक्षा और उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी व अर्पिता का नाम सामने आया है अति महत्वकांक्षी अर्पिता ने कॅरियर बनाने के लिए मात्र 16 साल की उम्र में माॅडलिंग शुरू कर दी थी। सरकारी कर्मचारी पिता की मौत के बाद उनकी जगह नौकरी का भी ऑफर मिला, लेकिन अर्पिता ने उसे ठुकरा दिया। इसके बाद बंगाल के झारग्राम निवासी बिजनेस मैन से शादी कर ली, लेकिन समय बाद पति को छोड़कर कोलकाता आ गई और माॅडलिंग करने लगी, कुछ समय तक अर्पिता के जीवन में काफी उतार-चढ़ाव भी आए मगर उसने एक भी दिन हार नही मानी। 2008 में इन्हें बांग्ला फिल्मों में काम करने का मौका मिला और काम में जी जान लगा दी।

Arpita Mukherjee पर ED की कार्यवाही को क्या आप बदले की कार्यवाही मानते है ?

अर्पिता मुखर्जी जीवन परिचय:

जन्म: अर्पिता का जन्म 10 जून 1986 को बेलघोरिया (पश्चिम बंगाल) में हुआ।
शिक्षा: स्काॅटिश चर्च काॅलेज, कोलकाता से ग्रेजुएशन की शिक्षा प्राप्त की।

प्रारंभिक जीवन:

अर्पिता मुखर्जी के पिता सरकारी कर्मचारी थे। मां गृहणी हैं। शुरूआती पढ़ाई-लिखाई कोलकाता के रामकृष्ण सारदा मिशन सिस्टर निवेदिता गल्र्स स्कूल से हुई। मां मिनाती मुखर्जी के मुताबिक अर्पिता पढ़ाई में काफी तेज थी, इसलिए हायर एजुकेशन के लिए इनका दाखिला कोलकाता के प्रतिष्टित स्काॅटिश चर्च काॅलेज में कराया गया। यहां से इन्होंने स्नातक की डिग्री ली, अर्पिता के एक बहन भी जिसका विवाह हो चुका है।

सफलता की कहानी:

अर्पिता ने 2004 में माॅडलिंग से कॅरियर की शुरूआत की। कुछ समय संघर्ष करने के बाद 2008 में प्रसिद्ध बांग्ला अभिनेता जीत के साथ ‘पार्टनर’ फिल्म में काम करने का मौका मिला। 2010 में अर्पिता ने बंगाली फिल्म ‘मामा भागने’ में बंगाली अभिनेता प्रोसनेजीत चटर्जी और रंजीत मलिक के साथ अभिनय किया।
साल 2011 में इनकी फिल्म ‘बांग्लाा बचाओ’ आई, जिसमें पाओली डैम जैसी एक्ट्रेस भी थी। अर्पिता ने बांग्ला फिल्मों के अलावा 6 उड़िया और कुछ तमिल फिल्मों में भी काम किया है। उड़िया फिल्मों में इन्होंने ‘वंदे उत्कल जननी,’ ‘प्रेम रोगी’, ‘केमिटी आ बंधन,’ ‘मु काना एते खराप’ और राजू आवारा’ जैसी फिल्में की है। अर्पिता पष्चिम बंगाल की प्रसिद्ध नाकतल्ला उद्यन संघ दुर्गा पूजा की ब्रांड एंबेसडर भी रही है।

विवाद और अन्य तथ्य:

अर्पिता पर आरोप है कि उसने अपनी मां को जर्जर घर मेें अकेला छोड़ दिया था।
अर्पिता के नाम से एलआईसी की 31 पाॅलिसी मिली है, जिनमें नाॅमिनी पार्थ चटर्जी हैं।
अर्पिता शूटिंग के लिए टैक्सी से जाती थी, दूसरी फिल्म के बाद इन्होंने सेकंड हैंड मारूति 800 कार खरीदी थी।
ईडी ने इनके दो फ्लैट्स पर छापा मारकर 50 करोड़ रूपए की नगदी और तीन किलो से अधिक सोने के जेवरात बरामद किए है।

अर्पिता से जुड़ा यह तथ्य आपकों भी हैरान कर सकता है कि उसने कभी भी दस्तावेजो में पिता व पति का कहीं भी जिक्र नही करती बल्कि अपनी मां का नाम लिखा करती थी।

अर्पिता नेल आर्टिस्ट और सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर भी है।

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